रिकांग पिओ। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शनिवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल व पार्टी के अन्य साथियों के साथ हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) के दिवंगत चीफ इंजीनियर विमल नेगी के घर किन्नौर जिला के कटगांव पहुंचे। जयराम ठाकुर ने परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
जयराम ठाकुर ने कहा, "आज मन भावुक है और गला वेदना से भरा पड़ा है! मैं विमल नेगी की पूज्य माता जी की आंखों के आंसू, उनकी धर्मपत्नी, भाई एवं परिवारजनों का दर्द देखकर बहुत भावुक हूं। विमल ईमानदार अधिकारी के साथ-साथ एक सरल और मिलनसार स्वभाव के थे, उनकी क्षति अपूर्णीय है।
स्व. विमल नेगी के परिवार ने सीबीआई जांच करवाने का आग्रह किया है। दुःख की इस घड़ी में हम परिवारजनों के साथ खड़े हैं, निश्चित तौर पर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवारजनों को इस असहनीय दुःख को सहने करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!"
बता दें कि किन्नौर जिले के रहने वाले पावर कारपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के जीएम (इलेक्ट्रिकल) विमल नेगी शिमला में तैनात थे। वह 10 मार्च को अचानक लापता हो गए थे। आखिरी बार बिलासपुर के घुमारवीं में वह सीसीटीवी में स्पॉट हुए थे। मामले में एसआईटी भी गठित की थी। विमल नेगी की तलाश के लिए परिजनों ने एक लाख रुपए का इनाम भी रखा था।
हिमाचल के बिलासपुर जिला में शाहतलाई थाने के तहत भाखड़ा डैम में मंगलवार को उनका शव मिला। शव मिलने के बाद बुधवार को विमल नेगी के परिजनों और उनके सहयोगियों ने HPPCL दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि विमल नेगी से रात के 2-2 बजे तक काम करवाया जाता था। सुबह जल्दी फिर बुला लिया जाता था। इतना ही नहीं, उन्हें एक भी दिन की छुट्टी नहीं दी जाती थी, जिससे वे भारी मानसिक तनाव में थे।
प्रताड़ना संबंधी परिजनों के आरोप और प्रारंभिक जांच के बाद निदेशक हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन देशराज को सस्पेंड किया गया है। वहीं, एचपीपीसीएल के डायरेक्टर इलेक्ट्रिकल देश राज को सस्पेंड कर दिया गया है।
इस पूरे मामले की जांच एसीएस होम ओंकार चंद शर्मा को सौंपी गई है। शर्मा को 15 दिन में यह जांच पूरी करनी होगी। वहीं, आईएएस राकेश प्रजापति व सुरेंद्र कुमार को विभाग का अतिरिक्त जिम्मा सौंपा गया है।