ऋषि महाजन/नूरपुर। गुजरात का एक व्यक्ति करीब 20 साल बाद अपने परिजनों से मिला। वो भी अपने घर से कई किलोमीटर दूर हिमाचल के नूरपुर क्षेत्र में मिला। नूरपुर पुलिस के प्रयासों से ऐसा संभव हो पाया है।
व्यक्ति जिला राजकोट गुजरात से हिमाचल के नूरपुर क्षेत्र में पहुंच गया था और इधर-उधर घूम रहा था।
ग्राम पंचायत औंद के उप प्रधान दीपक चंदेल ने 9 मई की रात करीब साढ़े 9 बजे पुलिस थाना नूरपुर को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस थाना नूरपुर से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने उस व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नूरपुर ले गई। जहां उसकी जांच करवाई गई। इसके बाद व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया।
व्यक्ति की मानसिक स्थिति ठीक नहीं पाई गई। पहले तो व्यक्ति पुलिस को कुछ नहीं बता रहा था। लगातार पूछने पर उसने अपना नाम हरुन पुत्र सुलेमान बताया। गांव का नाम धौरा जी, जिला राजकोट बताया। अपने एक भाई का नाम मुहम्मद बताया। इसके अलावा कोई जानकारी नहीं दे पाया।
अब नूरपुर पुलिस के पास ज्यादा जानकारी नहीं थी। पुलिस ने इंटरनेट के माध्यम से थाना धौरा जी से संपर्क किया। वहां की पुलिस की मदद से हरुन के परिजनों से फोन पर बात करवाई गई। वीडियो कॉल के जरिए पहचान कराई गई। पुष्टि हुई कि वह हरुन पुत्र सुलेमान निवासी गांव धौरा जी तहसील व जिला राजकोट गुजरात है।
12 मई को हरुन के परिजन थाना नूरपुर पहुंचे। इनमें दो सगे भाई हसम सुलेमान और अब्दुल करीम, भतीजा दिलावर पुत्र अब्दुल करीम और रिश्ते में पौता माहिर पुत्र दिलावर शामिल थे। सभी गांव उपलेटा डाकघर उपलेटा, तहसील व जिला राजकोट थाना उपलेटा, गुजरात के निवासी हैं। इनसे दोबारा पहचान कराई गई। पुष्टि हुई कि हरुन उनका ही पारिवारिक सदस्य है।
जांच में पता चला कि हरुन के चार भाई और दो बहनें हैं। दो की मौत हो चुकी है। माता-पिता भी नहीं हैं। हरुन की शादी नहीं हुई थी। वह वर्ष 2005 से मानसिक परेशानी के कारण लापता था। पुलिस ने तमाम औपचारिकताओं के बाद हरुन को सही हालत में परिजनों के हवाले कर दिया गया। इसकी पुष्टि डीएसपी विशाल वर्मा ने की है।