ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के नूरपुर, इंदौरा आदि में पंजाब बॉर्डर के साथ लगता क्षेत्र अवैध खनन के लिए काफी संवेदनशील माना जा सकता है। चक्की खड्ड में अवैध खनन धड़ल्ले से होता है।
अब नूरपुर प्रशासन बॉर्डर एरिया में खनन माफिया पर कड़े एक्शन की तैयारी में है। इसके लिए चक्की खड्ड के साथ लगते पंजाब बॉर्डर की डिमार्केट किया जाएगा। नूरपुर प्रशासन पंजाब बार्डर पर हिमाचल की सीमाओं को चिन्हित करेगा।
खास बातचीत में नूरपुर के एसडीएम अरुण शर्मा ने कहा कि इंटर स्टेट बॉर्डर होने के चलते नूरपुर क्षेत्र में अवैध खनन का इतिहास रहा है। उन्हें डीसी कांगड़ा से निर्देश मिले हैं कि चक्की खड्ड में पंजाब बार्डर को डिमार्केट किया जाए।
आने वाले समय में बॉर्डर को डिमार्केट किया जाएगा और प्रॉपर पिल्लरिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत से विभागों को सरकार ने अवैध खनन पर अंकुश लगाने की शक्तियां दी हैं। उन विभागों से आग्रह है कि वे इन शक्तियों का प्रयोग करें।
नशे के कारोबार को लेकर एसडीएम अरुण शर्मा ने कहा कि बार्डर एरिया होने के चलते नूरपुर में नशे का कारोबार अधिक है। पुलिस प्रशासन इसे कंट्रोल कर रहा है, लेकिन जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे, नशे के कारोबार को पूरी तरह रोकना मुमकिन नहीं है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि उनसे पास इनपुट हो तो पुलिस को दें।
जसूर में फोरलेन कार्य के चलते लोगों को पेश आ रही दिक्कत को लेकर उन्होंने कहा कि फोरलेन कंपनी से बात होगी। काम करने का समय निर्धारित किया जाएगा, ताकि काम भी सुचारू चल सके और लोगों की सुरक्षा आदि भी सुनिश्चित हो सके।