शिमला। शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब चूड़धार यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। उप वन संरक्षक शिमला वन्यजीव प्रभाग ने इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दी है।
वन विभाग द्वारा जारी नए आदेश में स्पष्ट किया गया है कि उपयोगकर्ता शुल्क लगाने का निर्णय पर्यावरण और स्वच्छता संबंधी चिंताओं को दूर करने और अभयारण्य के भीतर सुविधाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया था।
हालांकि, यह बात सामने आई है कि इन शुल्कों के लागू होने से श्रद्धालुओं और स्थानीय समुदायों में इस फैसले के प्रति रोष पैदा हो गया था और इस फैसले को वापस लेने की मांग उठ रही थी।
जब तक एक व्यापक मॉडल विकसित नहीं हो जाता है, जो धार्मिक तीर्थयात्रियों के लिए छूट पर विचार करता है और अन्य उपयोगकर्ताओं के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी शुल्क प्रणाली स्थापित करता है तब तक जारी पिछला आदेश निलंबित रहेगा।
वन विभाग ने कहा है कि अब एक व्यापक और पारदर्शी मॉडल तैयार किया जाएगा, जिसमें धार्मिक श्रद्धालुओं को छूट दी जाएगी और पर्यटकों के लिए शुल्क की स्पष्ट व उचित व्यवस्था लागू की जाएगी। तब तक पूर्व आदेश स्थगित रहेगा।