तरनदीप सिंह/मंडी। हिमाचल की नगर निगम मंडी द्वारा पांच लाख खर्च कर लगाया डंगा पहली बरसात ही नहीं झेल पाया। पिछले कल यानी 7 अगस्त, 2024 को हुई भारी बारिश के कारण डंगा गिर गया है।
डंगा गिरने से तीन मंजिला मकान सहित अन्य कुछ घरों को खतरा पैदा हो गया है। गनीमत यह रही कि किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
बता दें कि मंडी नगर निगम के तहत टारना हिल में जगदीश कपूर के घर की सुरक्षा के लिए डंगा लगाया गया था। डंगे का निर्माण कार्य इसी साल अप्रैल-मई में किया गया था। बरसात की पहली बारिश में ही डंगे में दरारें आ गई थीं। घर के मालिकों ने इसकी सूचना नगर निगम मंडी को दे दी थी।
7 जुलाई को हुई भारी बारिश को डंगा झेल नहीं पाया और गिर गया। जिस घर के लिए डंगा लगाया था, उसके आंगन में दरारें आ गई हैं। साथ ही डंगे के नीचे स्थित घरों को भी खतरा पैदा हो गया है। अब यह बड़ा सवाल है कि अभी हाल ही में निर्मित डंगा पहली ही बरसात में कैसे गिर गया।
उधर, सूचना मिलने पर नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने स्थानीय पार्षद के साथ मौका का दौरा किया। खतरे की जद में आए मकान के मालिक जगदीश कपूर का कहना है कि नगर निगम मंडी ने अप्रैल और मई में डंगा लगाया था।
डंगे में मिट्टी भरी हुई थी और सड़क का सारा पानी डंगे में घुस गया। पहली ही बरसात में डंगे में दरारें आ गईं। इसके बाद दरार बढ़ती गई। इस बारे नगर निगम को सूचना दे दी थी।
24 जुलाई को भी नगर निगम को लिखित में दिया गया था। पिछले कल जोर की बारिश में डंगा गिर गया। सारी मिट्टी बह गई। इससे नीचे घरों को भी खतरा पैदा हो गया है। उनके आंगन में भी दरारें आ गई हैं।
स्थानीय पार्षद दीपाली जसवाल का कहना है कि डंगे के निर्माण पर करीब पांच लाख रुपए खर्च हुए थे। डंगा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने कहा कि भारी बारिश के कारण टारना हिल में मंडी नगर निगम द्वारा हाल ही बनाई प्रोटेक्शन वॉल गिर गई। रात को ही उन्हें जगदीश कपूर का फोन आया। रात को ही तिरपाल भेज दिए गए थे।
सुबह स्थानीय पार्षद के साथ मौका किया। मौके पर पाया कि नुकसान काफी अधिक हुआ है। डंगा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। डंगे के निचली तरफ मकानों को भी खतरा बना हुआ है। जगदीश कपूर के मकान (जिस के लिए डंगा लगाया था) को भी बहुत अधिक खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि डंगे के गिरने के कारणों के बारे में नगर निगम की इंजीनियरिंग ब्रांच ही बता पाएगी। इतनी जल्दी डंगा कैसे गिरा, इस मामले की जांच भी की जाएगी। बरसात खत्म होने के बाद डंगा दोबारा लगा दिया जाएगा। अगर और तिरपाल आदि लगाने की जरूर होगी तो नगर निगम मंडी मुहैया करवा देगी।