जवाली। कांगड़ा जिला के जवाली विधानसभा क्षेत्र की पंचायत ढोल के दुराना गांव निवासी भारतीय सेना के जवान शुभम धीमान का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में रविवार को किया गया।
आज जैसे ही शुभम धीमान की पार्थिव देह घर पहुंची तो चीख पुकार मच गई। उनकी मां खुद को संभाल नहीं पा रही थीं।
जिस मां ने बेटे की शादी की सपने सजाए तो उसने तिरंगे में लिपटे लाल को सेहरा पहनाकर अंतिम विदाई दी। शुभम की मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। सैकड़ों लोगों ने शुभम को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
भारतीय सेना के जवान शुभम धीमान लेह में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए। 26 वर्षीय शुभम धीमान पुत्र स्वर्गीय रूमाल सिंह 14 डोगरा रेजीमेंट में थे व वर्तमान में लेह में अपनी सेवाएं दे रहे थे। शुक्रवार शाम को शुभम लेह में ड्यूटी कर रहे थे इस दौरान उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
शुभम धीमान अभी अविवाहित थे। उनके घर में माता संतोष देवी (उम्र 53 साल) और बड़ा पंकज कुमार हैं। शुभम धीमान के पिता भी आर्मी से रिटार्यड हुए थे व डेढ़ साल पहले ही उनका देहांत हुआ है। शुभम धीमान का बड़ा भाई पंकज धीमान लखनऊ में प्राइवेट नौकरी करता है।
शुभम धीमान डेढ़ महीना पहले ही छुट्टी काट कर गए थे। उनके चाचा कैप्टन सतीश धीमान व दूसरे चाचा सूबेदार मेजर रिटायर्ड जोगिंद्र धीमान ने बताया कि शुक्रवार रात को सेना की तरफ से दुर्घटना के बारे जानकारी दी गई थी इसके बाद शनिवार सुबह बेटे के शहीद होने की सूचना दी गई। उनकी पार्थिव देह रविवार को गांव में पहुंची।