ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के नूरपुर विद्युत उपमंडल में करीब 5 करोड़ 97 लाख 60 हजार 522 रुपए के बिजली बिल बकाया हैं। सरकारी, घरेलू, व्यवसायिक उपभोक्ताओं और नगर परिषद से बिजली बिल की वसूली करनी है। नूरपुर नगर परिषद का पिछले तीन माह का 22 लाख रुपए बिल लंबित है। इसमें 12 लाख स्ट्रीट लाइट्स के हैं। साथ ही 15 वाटर कूलर की 5 लाख से अधिक की राशि बकाया है। शहर में लोगों की सुविधा के लिए विभिन्न जगह वाटर कूलर लगाएं हैं, लेकिन बिजली बिल की अदायगी नहीं हो रही है।
नूरपुर विद्युत उपमंडल में 14986 घरेलू, 3747 व्यावसायिक और 235 सरकारी उपभोक्ता हैं। इनमें 3500 घरेलू और 2200 व्यावसायिक उपभोक्ताओं के बिल पेंडिंग हैं। घरेलू उपभोक्ताओं पर 55 लाख 35 हजार 072 और व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर 63 लाख 70 हजार 288 रुपए बकाया हैं। जल शक्ति विभाग नूरपुर का 2 करोड़ 47 लाख 81 हजार 164 रुपए का बिल पेंडिंग है। अन्य सरकारी कार्यालयों पर 1 करोड़ 07 लाख 22 हजार 652 रुपए की वसूली बाकी है।
तहसील कार्यालय का 55 लाख 13 हजार 650 और एसडीएम कार्यालय का 42 लाख 04 हजार 316 रुपए का बिल बकाया है। सिविल अस्पताल नूरपुर का 2 लाख 16 हजार 989 रुपए का बिल लंबित है। तहसील और एसडीएम कार्यालय का बिल लंबे समय से पेंडिंग है। बीच-बीच में कनेक्शन कटने के डर से कुछ राशि जमा कर दी जाती है। हाल ही में तहसील कार्यालय की बिजली एक दिन के लिए काट दी गई थी, जिससे कामकाज ठप हो गया था।
विद्युत उपमंडल नूरपुर के सहायक अभियंता भूपिंदर सिंह ने बताया कि 5 करोड़ 97 लाख 60 हजार 522 रुपए के बिल बकाया हैं। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से 31 मार्च से पहले बिल जमा करने की अपील की है, ताकि कनेक्शन कटने से बचा जा सके।
नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा ने कहा कि परिषद समय-समय पर बिल देती रहती है, लेकिन इस बार ग्रांट आने में देरी हुई है। जैसे ही ग्रांट आएगी, बिल चुका दिया जाएगा। उपमंडल अधिकारी गुरसिमर सिंह ने बताया कि कुछ भुगतान कर दिया गया है। बाकी राशि भी शीघ्र अदा कर देंगे।