रानीताल। कांगड़ा जिला के रानीताल क्षेत्र में बुजुर्ग महिला की हत्या के आरोपी बेटे नेक पाल उर्फ कालू को ऊना से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की टीम ने 24 घंटे के अंदर ही आरोपी को दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पत्नी और दोनों बेटे भी उसके साथ थे।
आरोपी को कल यानी शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां से उसे पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस पूछताछ में पता करेगी कि आरोपी नेक पाल उर्फ कालू ने अपनी मां की हत्या किस इरादे से की ? साथ ही यह भी पता करने की कोशिश की जाएगी कि क्या इस मर्डर के तार कहीं आरोपी की दोनों बेटियों की मौत से तो नहीं जुड़े हुए हैं?
हरिपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस चौकी रानीताल में पंचायत भंगवार के गांव बांध में एक बुजुर्ग महिला के किराए के मकान में मृत पड़े होने की सूचना सुबह 6 बजकर 45 मिनट के करीब मिली। महिला की पहचान मुन्नी देवी (65) निवासी बरेली के रूप में हुई।
सूचना मिलने के बाद डीएसपी देहरा अनिल कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। टीम ने साक्ष्य जुटाए। महिला के शव की जांच करने पर गले में इंजरी के निशान पाए गए। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि गला दबाकर महिला की हत्या की गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेज दिया।
महिला का बेटा नेकपाल उर्फ कालू और उसकी पत्नी दो बेटों के साथ मौके से फरार थे। आरोपी की तलाश के लिए पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दी। डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने बताया कि आरोपी की धरपकड़ के लिए एक टीम का गठन किया था। टीम सुबह से ही आरोपी की तलाश में जुटी थी। जिला ऊना के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। रिमांड में लेकर आरोपी से पूछताछ की जाएगी।
बता दें कि बुजुर्ग महिला मुन्नी देवी लगभग 20 वर्ष से अपने बेटे नेक पाल और बहू के साथ रहती थी। पिछले साल अगस्त माह में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले यूपी निवासी नेकपाल की दो बेटियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मामले के अनुसार रात को सभी ने खाना खाया और सो गए। आधी रात को तीन साल की बच्ची अंशिका की तबीयत बिगड़ गई, वह उल्टियां करने लगी।
देखते ही देखते उसकी तबीयत अधिक बिगड़ गई और उसने घर पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद नेक पाल की दूसरी बेटी खुशी उम्र 7 की भी तबीयत खराब हो गई और वह भी उल्टियां करने लगी। बच्ची को मेडिकल कॉलेज टांडा, अस्पताल कांगड़ा ले जाया गया, लेकिन बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अगले दिन करीब 10 बजे मां की भी तबीयत बिगड़ गई। मां को तुरंत मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया। वह बच गईं।