मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब पानी घोटाला चर्चा का विषय बन गया है। एक तरफ जलशक्ति विभाग के मंत्री डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री चंद अधिकारियों पर कार्रवाई कर मामला दबाने में लगे हुए हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू उन सरकारी संरक्षण प्राप्त ठेकेदारों और कांग्रेस नेताओं को बचाने में लगे हुए हैं। एक तरफ तो डिप्टी सीएम गला फाड़ फाड़ कर सुक्खू सरकार का दामन पाक होने का दावा कर रहे थे, वहीं, उनके अपने विभाग में ही लोगों को पेयजल दिलाने के फर्जी बिल तैयार कर सरकारी खजाना लुटता रहा।
उन्होंने कहा कि शिमला के ठियोग में हुए लगभग सवा करोड़ रुपए के पानी आपूर्ति घोटाले मामले में स्कूटर और मारुति कारों में पानी की आपूर्ति की गई। इसमें आरटीआई के माध्यम सभी वाहनों के नंबर और लोगों के नाम भी उजागर हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने संबंधित उच्च अधिकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई की है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री घोटाले में अधिकारियों के साथ संलिप्त कांग्रेस नेता और ठेकेदारों को बचाने में लगे हुए हैं। इस कृत्य के लिए उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
हिमाचल में दो साल से इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं, लेकिन प्रदेश में सरकार का संरक्षण प्राप्त ठेकेदार दनदना रहे हैं और गलत तरीके से कार्य करते हुए पैसे कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ चुकी है।
हिमाचल में सिर्फ लूट मची हुई है। सरकार विकास कार्य कर ही नहीं पा रही है, जबकि कई विभागों में सिर्फ बिल बनाकर सरकारी खजाना लुटाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के मामलों की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, ताकि इनके कारनामे उजागर हो सकें। ऐसा कोई विभाग नहीं है, जिसमें गोलमाल नहीं हुआ हो।