विधानसभा के बजट सत्र में सवाल के जवाब में दी जानकारी
शिमला। हिमाचल में योग्य कुशल बेरोजगारों की संख्या 2,43,037 है। प्रदेश में अनुसूचित जनजाति वर्ग के कुशल बेरोजगारों की संख्या 12,339 है। कुशल बेरोजगारों को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से श्रम एवं रोजगार विभाग द्वारा रोजगार मेलों तथा कैंपस साक्षात्कारों का आयोजन करवाया जाता है, जोकि एक निरंतर प्रक्रिया है। यह जानकारी विधानसभा बजट सत्र के दौरान भरमौर के विधायक जनक राज के पूछे सवाल के जवाब में स्वास्थ्य और श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल ने दी है।
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जानकारी में बताया गया कि विभाग द्वारा औद्योगिक कौशल भत्ता योजना 2018 को भी क्रियान्वित किया जा रहा है। योजना का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के उद्योगों/कारखानों में नियुक्त नए पात्र कामग्रों/कर्मचारियों/प्रशिक्षुओं को नौकरी के दौरान कौशल विकास के लिए भत्ता प्रदार करता है, ताकि इसके फलस्वरूप वह उद्योंगों/कारखानों में बेहतर रोजगार के अवसर अर्जित करने के लिए समर्थ हो पाएं। श्रम एवं रोजगार विभाग युवाओं की सुविधा के लिए रोजगार कार्यालयों में पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रहा है, जिसके अंतर्गत वह कहीं से भी रोजगार कार्यालयों में अपना पंजीकरण/नवीनीकरण ऑनलाइन करवा सकेंगे।
युवाओं को रोजगार के अवसर सुगमता से प्रदान करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल में नियोक्ताओं को पंजीकरण करने का प्रावधान भी रखा जा रहा है, ताकि नियोक्ता मांग अनुसार योग्य एवं कुशल बेरोजगार युवाओं को रोजगार अवसर प्रदान कर सकें।
हिमाचल में कुशल बेरोजगार युलाओं की क्षमता के उचित दोहन/युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 16 जनवरी 2023 को जारी अधिसूचना के अंतर्गत उद्योग मंत्री की अध्यक्षता में उप कैबिनेट कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी प्रदेश के सभी बेरोजगार युवाओं को रोजगार के उचित अवसर प्रदान करने की दिशा में रोडमैप तैयार कर रही है और चरणबद्ध तरीके से कार्य कर रही है।