शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को जल रक्षक संघ ने चौड़ा मैदान में धरना प्रदर्शन किया।
संघ का कहना है कि जल रक्षक संघ लंबे समय से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठा रहा है, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर सरकार ने गौर नहीं किया है।
जल रक्षक संघ के अध्यक्ष रवि ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 5,800 के करीब जल रक्षक है। जल रक्षक कांग्रेस सरकार के दौरान ही लगाए गए थे। मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि वह प्रदेश के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक अपनी योजनाओं का लाभ पहुंचा रहे हैं तो जल रक्षक भी अंतिम पंक्ति का ही कर्मचारी है।
उन्होंने कहा कि उन्हें मात्र 5300 वेतन दिया जाता है जो कि नाकाफी है। अनुबंध पीरियड पूरा होने के बाद भी उन्हें कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि अनुबंध को 12 साल से घटाकर 8 वर्ष किया जाए।