सदन में दिए गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने साधा निशाना
शिमला। प्रदेश बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राहुल गांधी द्वारा सदन में दिए गए बयान पर जमकर निशाना साधा। जयराम ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार की परत-दर-परत खोलते हुए राहुल गांधी के वक्तव्य को झूठ का पुलिंदा बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राहुल गांधी ने झूठ को सच साबित करने का असफल प्रयास कल लोकसभा में किया वह दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने केवल पूरे देश में सनसनी फैलाने का प्रयास किया है। राहुल गांधी और उनका परिवार जमानत व चल रहा है और समस्त जनता जानती है कि क्यों चल रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में कोई भी किसी के साथ फोटो खिंचवा सकता है इसका मतलब यह नहीं कि उसके साथ किसी व्यक्ति के निजी संबंध हो, ऐसे तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी उनके परिवार के सदस्यों, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जैसे अशोक गहलोत के साथ भी कई बड़े व्यापारियों के चित्र है इसका मतलब यह नहीं कि वह भी उनके साथ के साथ जुड़े है।जयराम ने कहा कि राहुल गांधी ने संसद में जो कुछ कहा है, वह झूठ का पुलिंदा है।
झूठे आरोप लगाना और फिर भाग जाना राहुल गांधी की आदत रही है। राहुल गांधी हमेशा झूठ की राजनीति करते रहे हैं। कांग्रेस में अधिकतम नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में संकलित हैं। राहुल गांधी जी, आप और आपका परिवार स्वयं नेशनल हेराल्ड मामले में हजारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार में बेल पर चल रहे हैं।
आपकी बहन ने जेल गए एक बैंकर को करोड़ों रुपये में एक पेंटिग बेची थी, यह भी देश की जनता जानती है। कांग्रेस की सरकार तो घोटालों की सरकार के ही रूप में प्रख्यात थी। कांग्रेस की यूपीए सरकार के 10 वर्षों में लाखों करोड़ रुपये के घपले-घोटाले हुए। राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी को याद रखना चाहिए कि उनकी झूठ की राजनीति कभी भी सफल नहीं होने वाली क्योंकि देश की जनता उनके हथकंडों को भली भांति जानती और समझती है।
राहुल गांधी पर हमला जारी रखते हुए जयराम ने कहा कि राहुल गांधी, आप जवाब दीजिए कि नेशनल हेराल्ड स्कैंडल क्या है? आप बताइये कि किस तरह आपने और आपके परिवार ने देश भर में फैली हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति हड़प ली। आपके ऊपर इस मामले में अभी भी केस चल रहा है।
अगस्ता वेस्टलैंड में कमीशन किसने कमाया राहुल गांधी, जवाब दीजिये। इसमें तो रिश्वत वाली बात इटली की अदालत में भी साबित हुई। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता और देश के विकास के लिए अहर्निश समर्पित आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे ईमानदार नेता पर राहुल गांधी ने बेबुनियाद, तथ्यहीन, झूठे और शर्मनाक आरोप लगाए हैं, इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है।
जयराम ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान 1.86 लाख करोड़ रुपये का कोयला घोटाला हुआ, लगभग 70,000 करोड़ रुपये का कॉमनवेल्थ घोटाला हुआ, सेना के लिए आरक्षित जमीन में आदर्श सोसायटी घोटाला हुआ, 1.96 लाख करोड़ रुपये का 2G घोटाला हुआ, अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला हुआ, सबमरीन घोटाला हुआ।
कांग्रेस की वह सरकार ही घोटाले वाली सरकार थी। इससे पहले भी कांग्रेस का हाथ घोटालों से रंगा रहा है। बोफोर्स घोटाले को कौन भूल सकता है? उसमें तो राहुल गांधी जी, आपके पिता जी राजीव गांधी जी पर ही आरोप लगे थे। इसके आरोपी और आपके सम्बन्धी को देश से भगाने में मदद की गई, यह भी पूरा देश जानता है। कई वर्षों से कांग्रेस पार्टी और आपके परिवार का भ्रष्टाचार करने का इतिहास रहा है राहुल गांधी जी।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बोलती नहीं, बल्कि काम करती है। विगत 8 वर्षों में मोदी सरकार ने लगभग 25 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट बिनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की राशि बिना किसी बिचौलिए के सीधे लाभार्थियों के एकाउंट में हस्तांतरित किये गए हैं। इससे अब तक लगभग तीन लाख करोड़ रुपये बचाए गए जो पहले बिचौलिए खा जाया करते थे। आपके पिताजी ने ही कहा था राहुल गांधी जी कि केंद्र से एक रुपये भेजते हैं तो केवल 15 पैसे ही जनता तक पहुंच पाते हैं। आज टैक्स चोरों से करोड़ों रुपये की रिकवरी हो रही है।
जयराम ने कहा कि राहुल गांधी, आपकी कांग्रेस की सरकार में घपलेबाजों को, घोटालेबाजों को देश से बाहर भागने में मदद की जाती थी लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार में भागे हुए भगोड़ों को वापस लाने की कार्रवाई हो रही है। कई का तो भारत प्रत्यर्पण भी कराया गया है। आगे भी इसी तरह भगोड़ों को लाया जाता रहेगा।
नरेन्द्र मोदी सरकार हर स्तर पर देश के आर्थिक अपराधियों को कानून के दायरे में लाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए कई सख्त कानून भी बनाए गए हैं। हमने वित्तीय गड़बड़ी करने वालों को रोकने के लिए सखत कानून बनाया। हम फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स बिल लेकर आये, इंसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड लेकर आये, बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम लागू किया, राष्ट्रीय वित्तीय सूचना प्राधिकरण को मंजूरी दी। साथ ही, कई और क़ानून बनाए।