शिमला। हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। 10 दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही शोकोद्गार से शुरू हुई, जिसमें विधानसभा के तीन पूर्व सदस्यों टेकचंद डोगरा, नारायण सिंह स्वामी और दौलत राम चौधरी के निधन पर सदन ने दुख जताया।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने दोनों पक्षों से सदन की कार्यवाही को शांतिप्रिय ढंग से चलाने का आग्रह किया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सीएम सुक्खू की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल ने सत्र को लेकर रणनीति बनाई।
बैठक के बाद सीएम सुक्खू ने कहा कि विपक्ष सदन के भीतर जनता के मुद्दों को उठाने का काम करे। सरकार विपक्ष के सभी सवालों का तथ्यों सहित जवाब देगी।
विपक्ष को सदन में तर्क सहित चर्चा में भाग लेना चाहिए न कि सुर्खियां बटोरने के लिए केवल वॉकआउट ही करना है। सरकार ने 10 दस दिन मानसून सत्र रखा है ताकि विपक्ष को पूरा समय मिले।
वहीं, नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में जाने से पहले कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था की हालत दयनीय है। मॉब लिंचिंग जैसे मामले सामने आ रहे हैं और सरकार आंखे बंद कर बैठी है। कर्मचारी एरियर और DA का भुगतान न होने पर आन्दोलन कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार हर विभाग में सामने आ रहे हैं। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। हर तरफ सरकार का विरोध हो रहा है ऐसे में विपक्ष मजबूती से सदन के भीतर जनता के मुद्दों को रखेगा और सरकार से जवाब मांगा जाएगा।