हिमाचल के प्रोफसर सोमदत्त बट्टू पद्मश्री से नवाजे जाएंगे, सीएम सुक्खू ने दी बधाई
ewn24news choice of himachal 26 Jan,2024 5:43 pm
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों मिलेगा सम्मान
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रहने वाले प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। लोक संगीत और शास्त्रीय गायन में असाधारण योगदान देने वाले 87 वर्षीय प्रोफसर सोमदत्त बट्टू पद्मश्री से नवाजे जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें यह सम्मान प्रदान करेंगी।
यह प्रोफेसर पट्टू ही नहीं, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। पद्म पुरस्कारों की घोषणा गुरुवार को की गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लिखा, "गर्व का विषय है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर हिमाचल के संगीत सितारे प्रोफेसर सोमदत्त बट्टू को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है।
पद्मश्री से सम्मानित प्रो. सोमदत्त बट्टू को हार्दिक बधाई। पूरे हिमाचल को आप पर गर्व है। शास्त्रीय और लोकगीत के प्रति आपकी सेवाएं सभी संगीत प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।"
बता दें, प्रोफसर सोमदत्त बट्टू को इससे पहले साल 2019 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। पटियाला घराने से संबंध रखने वाले बट्टू ने देश के कई राज्यों और कई अन्य देशों में जाकर लोकगीत और शास्त्रीय गायन से धूम मचाई है।
उन्होंने अमेरिका, नाइजीरिया, वेस्ट इंडीज, पाकिस्तान और केन्या सहित अन्य देशों में कार्यक्रम किए हैं। 40 साल तक उन्होंने बतौर संगीत प्रवक्ता अपनी सेवाएं दीं।
प्रोफेसर सोमदत्त बट्टू शिमला के ब्योलिया के रहने वाले हैं। उनका का जन्म 5 जुलाई, 1937 को कांगड़ा के जसूर में हुआ था। यहां उनका ननिहाल है। प्रोफेसर बट्टू के पिता राम लाल बट्टू प्रसिद्ध श्याम चौरसिया घराने से संबंधित थे। उन्होंने संगीत सीखने की शुरुआत अपने घर से ही की थी।
सोमदत्त शिमला के राजीव गांधी डिग्री कॉलेज से संगीत के प्राध्यापक के तौर पर सेवानिवृत हुए। साल 2016 में हिमाचल प्रदेश सरकार ने इन्हें हिमाचल गौरव से सम्मानित किया था। साल 2015 में प्रोफेसर बट्टू को पंजाबी संगीत रत्न अवार्ड भी दिया गया था।प्रोफेसर बट्टू का योगदान संगीत के क्षेत्र में असाधारण है।