नए प्रोजेक्टों की जल्द मंजूरी की मांग की
शिमला। केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल के सांसदों किशन कपूर, सुरेश कश्यप, इंदू गोस्वामी, सिकंदर कुमार व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर नए प्रोजेक्टों की जल्द मंजूरी की मांग की, जिसमें 900 करोड़ की लागत से लठियाणी-मंदली ब्रिज की मांग प्रमुखता से की व सड़कों के रूप में पुरानी सभी सौगातों के लिए उनका आभार प्रकट किया।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि सीमित रेल और हवाई कनेक्टिविटी वाले हमारे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के लिए सड़कें जीवन रेखा का काम करती हैं। औद्योगिक व विकास की अन्य परियोजनाओं को गति देने , पर्यटन व राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए सड़क सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। इसी के दृष्टिगत आज वह हिमाचल के शिमला से सांसद सुरेश कश्यप, कांगड़ा-चंबा से सांसद किशन कपूर, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी व डॉ. सिकंदर कुमार, पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाक़ात कर नए प्रोजेक्टों की जल्द मंज़ूरी की मांग उनके सामने रखी।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हमारी मांगों को गंभीरता से सुना व हिमाचल के हित में इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेने का हमें आश्वासन दिया है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “मेरे संसदीय क्षेत्र के कुटलैहड़ विधानसभा में एनएच 503 ए पर 36/0 किलोमीटर से लेकर 42/0 पर बिहड़ू से लठियाणी के बीच में बनने वाले मिसिंग लिंक व गोविंदसागर झील पर लठियाणी-मंदली ब्रिज लागत लगभग 900 करोड़ के निर्माण की मंज़ूरी, ज़िला कांगड़ा में 0/0 से 15/600 रक्कड़-चपलाह-अपर भरोली-टिक्कर-शांतला रोड पर सुधार कार्यों के लिए 12.91 करोड़ रुपये की मंज़ूरी लिए अनुरोध किया।
साथ ही साथ मटौर-हमीरपुर-शिमला के लिए फ़ोरलेन हाईवे की मांग, पठानकोट-मंडी हाईवे जिसे परौर तक फ़ोरलेन किया जा रहा उसे पूरा मंडी तक फ़ोरलेन करने की मांग व नाहन बाइपास की मांग की। जहां इन सड़कों की मंज़ूरी से यातायात की सुविधा मिलेगी वहीं दूसरी तरफ़ किसानों को, फ़ौजियों को, पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा। नितिन गडकरी ने सभी पहलुओं को पूरे ध्यान से सुना व इसके उचित क्रियान्वयन की बात कही है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश को सदैव अपना दूसरा घर माना है और हिमाचल को सौग़ातें देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पूर्व में भी मोदी सरकार ने कीरतपुर-नेरचौक हाईवे, परवाणू शिमला हाईवे, धर्मशाला-मटौर-शिमला हाईवे, मुकेरियां- पठानकोट, जीरकपुर-परवाणू, तकरोली-कुल्लू , परवाणू- सोलन-शिमला जैसी परियोजनाएं देकर हिमाचल में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने का कार्य किया है, आगे भी प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।