शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में किसी का भी एक किलो गोबर नहीं बिका और मुख्यमंत्री सुक्खू कह रहे हैं कि हमने गोबर खरीदने की गारंटी पूरी कर दी है। प्रदेश के लोग यह जानना चाहते हैं कि यह गोबर किन लोगों का खरीदा गया है और गारंटी कैसे पूरी हुई है।
इस तरह झूठ बोलकर सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री देश भर में कांग्रेस की बुरी हार के के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हैं। झूठ बोलकर सरकार चलाने और सरकार में रहकर झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड मुख्यमंत्री महोदय ने दो साल से कम समय में ही तोड़ दिए हैं।
पहले कहते हैं हमने गारंटी हैं कहां दी थी, अब कहते हैं की हमने गारंटियां पूरी कर दी है। उनकी बातें सुनकर प्रदेश के लोग अब पूछ रहे हैं कि वह गारंटिया किसकी पूरी हुई है? जिसके पूरा होने का दावा मुख्यमंत्री मीडिया समेत अन्य राजनीतिक मंचों पर करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नौकरी देने के नाम पर आई सरकार नौकरियां ले रही है, पद खत्म कर रही है, युवाओं से रोजगार के अवसर छीन रही है। मुख्यमंत्री प्रदेश भर में घूम-घूम कर कह रहे हैं कि हमने 680 करोड़ रुपए की स्टार्टअप योजना की गारंटी को पूरी कर दी है।
मीडिया में उनके बयान देख सुनकर प्रदेश के युवा सिर्फ आपस में ही नहीं पूछ रहे हैं कि यह योजना कब लागू हुई बल्कि वह विपक्ष के नेताओं से भी पूछ रहे हैं कि स्टार्ट अप योजना के 680 करोड रुपए मुख्यमंत्री द्वारा किसे दिए गए और उन पैसों से क्या किया गया?
प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं बताएं कि यदि वह कह रहे हैं कि 680 करोड रुपए की स्टार्टअप योजना की गारंटी हमने पूरी कर दी है तो वह पैसा किन लोगों को दिया गया है और उन पैसों से कौन से स्टार्टअप शुरू किए गए हैं?
सरकार सिर्फ जुबानी जमा खर्च से काम चलाना चाहती है। झूठ बोलकर सत्ता को बचाए रखना चाहती है। विपक्ष पर आरोप लगाकर अपनी जवाबदेही से भागना चाहती है। लेकिन यह सब कितने दिन कर सकती है?
अब सरकार अपने दूसरे साल के कार्यकाल पूरा होने के जश्न मनाने की तैयारी कर रही है और अपनी नाकामी का सारे दोष विपक्ष पर मढ़ रही है। हर महीना कर्ज लेकर पांच साल बाद यानि 2027 में आत्मनिर्भर हिमाचल के सपने दिखाने वाले मुख्यमंत्री अब यह बताएं कि 2025 में सरकार क्या करने वाली है।