दृष्टिबाधित प्रतिभा ठाकुर बनीं पॉलिटिकल साइंस की असिस्टेंट प्रोफेसर
ewn24news choice of himachal 13 Jun,2023 11:45 pm
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कर रहीं हैं पीएचडी
शिमला। जो शरीर से दिव्यांग होते हैं, वो विचारों से विकलांग नहीं होते। कोशिश करने से वो हर मुश्किल और असंभव कार्य कर लेते हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है प्रतिभा ठाकुर ने।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहीं 75 फ़ीसदी दृष्टिबाधित प्रतिभा ठाकुर ने कड़ी मेहनत और लगन से नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रतिभा ठाकुर का चयन पॉलिटिकल साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर हुआ है। प्रतिभा ठाकुर को पीएचडी के लिए नेशनल फेलॉशिप मिली है।
प्रतिभा ठाकुर के पिता खेमचंद शास्त्री मंडी में पत्रकार हैं, जबकि उनकी मां सविता कुमारी सरकारी स्कूल में टीचर हैं। मंडी कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एमए और बीएड की पढ़ाई करने के बाद प्रतिभा ठाकुर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीएचडी की पढ़ाई कर रही हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में महिलाओं का मतदान व्यवहार पर डॉ. महेंद्र यादव के निर्देशन में प्रतिभा ठाकुर की पीएचडी चल रही है। बचपन से ही वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर प्रतिभा ठाकुर कई राज्यस्तरीय पुरस्कार भी जीत चुकी हैं।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अध्ययनरत प्रतिभा ठाकुर की यह उपलब्धि उन हजारों बच्चों के लिए प्रेरणा है जो किसी न किसी वजह से पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाते। 75 फ़ीसदी तक दृष्टिबाधित प्रतिभा ठाकुर की राह में कई रोड़े थे लेकिन प्रतिभा इन सभी मुश्किलों को पार करती चली गईं और उन्होंने आज जीवन में नया आयाम स्थापित कर दिखाया है। इससे पहले 100 फ़ीसदी दृष्टिबाधित मुस्कान ने भी म्यूजिक विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर बन हर किसी को हैरान कर दिया था।
प्रतिभा ठाकुर ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने अध्यापकों और अपने माता-पिता को दिया है। प्रतिभा ठाकुर लंबे वक्त से उमंग फाउंडेशन से जुड़ी हैं। उमंग फाउंडेशन ने ही प्रतिभा सिंह ठाकुर को नहीं राह दिखाने का काम किया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के ICDEOL में पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने प्रतिभा ठाकुर के अंधेरे जीवन में रोशनी भरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिभा ठाकुर ने प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव का भी आभार व्यक्त किया है।