शिमला। लंबित डीए और एरियर के मुद्दे पर मचे बवाल के बीच गुटों में बंटे हिमाचल प्रदेश कर्मचारी महासंघ के प्रदीप ठाकुर और त्रिलोक चौहान गुट ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से सचिवालय में मुलाकात की।
इस दौरान कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री से जेसीसी बुलाने की मांग की है। सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ के प्रदर्शन के बाद दोनों कर्मचारी महासंघ गुट की यह मुलाकात काफी अहम थी, जिसमें मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर थोड़ा वक्त मांगा है और मुद्दों के समाधान का आश्वासन दिया है।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात के बाद कर्मचारी महासंघ (प्रदीप गुट) के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर चर्चा हुई है, जिसमें कुछ मांगों को सीएम ने माना भी है।
महासंघ ने खाली पदों पर भर्ती, बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को ओपीएस (OPS), एरियर और डीए की अदायगी, अनुबंध कर्मचारियों को साल में दो बार नियमित करने, करुणामूलक को नौकरी सहित तमाम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई है।
एरियर और डीए को लेकर मुख्यमंत्री ने कुछ समय मांगा है और एक महीने बाद फिर से बैठक करने को कहा है। जेसीसी की बैठक को भी शीघ्र बुलाने की सीएम ने बात कही है।
प्रदीप ठाकुर ने सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ को समर्थन देते हुए कहा कि वह कर्मचारियों की मांगों को लेकर उनके साथ हैं, लेकिन भाषा की मर्यादा का सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ को ख्याल रखना चाहिए।
वहीं, हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के त्रिलोक गुट ने भी मुख्यमंत्री से कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर मुलाकात की और जेसीसी की बैठक बुलाए जाने की मांग सहित लंबित एरियर और डीए को जारी करने की मांग की।
त्रिलोक चौहान ने अपने गुट को असली अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ करार देते हुए कहा कि 90 विभागों के कर्मचारी उनके महासंघ से जुड़े हैं और उनको ही सरकार मान्यता देगी।
वहीं, सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ के समर्थन के सवाल से पल्ला झाड़ते हुए त्रिलोक चौहान ने कहा कि वह सचिवालय कर्मचारियों की मांगों को लेकर ज्यादा अवगत नहीं हैं और मुख्यमंत्री से अगली बैठक के बाद ही आगामी निर्णय लेंगे।