शिमला: रानी लक्ष्मी बाई को किया याद, मेहंदी प्रतियोगिता भी करवाई
ewn24news choice of himachal 19 Nov,2022 5:50 pm
रस्साकशी स्पर्धा का भी किया आयोजन
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने आज रानी लक्ष्मी बाई जयंती के उपलक्ष्य पर विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक पिंक पैटल पर पुष्पांजलि अर्पित की। पुष्पांजलि अर्पित करने के उपरांत विवि इकाई के द्वारा 1857 की क्रांति की अग्रणी योद्धा महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर विवि पुस्तकालय के बाहर मेहंदी प्रतियोगिता एवं ऐतिहासिक पिंक पैटल पर छात्राओं के बीच रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय में आयोजित इन प्रतियोगिताओं में अनेकों छात्राओं ने भाग लिया।
इकाई सह मंत्री सुनील ने कहा कि मेहंदी भारतीय परंपराओं में बहुत सांस्कृतिक महत्व रखती है। मेहंदी का उपयोग भारतीय परंपरा में बेहद शुभ माना जाता है, खासकर हिंदुओं के भीतर, जो मेहंदी को प्रथागत सोलह श्रृंगार का हिस्सा मानते हैं। हिन्दू संस्कारों में शुभ अवसरों और उत्सवों में मेहंदी के बिना कार्य संभव ही नहीं है।
सुनील ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई भारतवर्ष की प्रत्येक स्त्री के लिए शौर्य का प्रतीक हैं। महिलाएं शुरू से हर क्षेत्र में आगे रही हैं, चाहे रानी दुर्गावती हों या रानी लक्ष्मी बाई, उनकी वीरता का बखान मुश्किल है। रानी लक्ष्मीबाई से नौजवानों को वीरता स्वदेश प्रेम और आत्म बलिदान की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने कहा कि स्त्री शक्ति हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। हालांकि पहले महिलाओं को सिर्फ गृहणी के रूप में देखा जाता था, लेकिन महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों से न केवल कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं, बल्कि उनसे आगे भी निकल रही हैं। झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने अपनी वीरता से अंग्रेजों का जीना हराम कर दिया था। रानी लक्ष्मीबाई गजब की उत्साही एवं उनमें वीरों की भांति तेज था।