शिमला। हिमाचल प्रदेश में अभी मानसून की बौछारों से राहत मिलने के आसार नहीं है।
भले ही प्रदेश में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है इसके बावजूद सितंबर माह में जमकर बारिश हुई है। प्रदेश में 1 जून से 18 सितंबर तक 18 फीसदी कम व बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने 18 व 19 सितंबर को येलो अलर्ट जारी किया है। 20 सितंबर के बाद बारिश के इस क्रम से राहत मिलने की संभावना है, लेकिन मध्यवर्ती क्षेत्रों में 24 सितंबर तक कुछ क्षेत्रों में मौसम विज्ञान केंद्र ने बारिश की संभावना जताई है। वहीं, प्रदेश से मानसून की विदाई 24 सितंबर के बाद होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मोसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने कहा कि गत 24 घंटे के दौरान सोलन, सिरमौर, मंडी, बिलासपुर, शिमला व कांगड़ा में हल्की बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक शिमला के जुब्बरहट्टी में 46 मिलीमीटर व कसौली में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि 18 व 19 सितंबर मैदानी क्षेत्रों ऊना, बिलासपुर व हमीरपुर सहित मध्यवर्ती इलाकों शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा में बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा इसके लिए 18 व 19 सितंबर को गरज के साथ कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है।
20 सितंबर के बाद बारिश के क्रम में कमी आएगी। 20 से 24 सितंबर तक मध्यवर्ती क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में चंबा, लाहौल स्पीति, किन्नौर ऊना व हमीरपुर में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।
शिमला में मानसून में सबसे अधिक मेघ बरसे हैं, वहीं सितंबर माह में ऊना, लाहौल स्पीति ,चंबा में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।