ऋषि महाजन/नूरपुर। वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची (कैबिनेट मिनिस्टर रैंक) ने बुधवार को वन मंडल नूरपुर के तहत वन विकास निगम तथा वन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने अधिकारियों को निगम के डिपो में रखी गई इमारती लकड़ी की निस्तारण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए, ताकि इसे गलने से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वन निगम को आत्मनिर्भर और लाभप्रद बनाने के लिए प्रयासरत है, जिसके लिए राज्य सरकार निगम को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निगम की आय बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि नूरपुर वन मंडल में निगम द्वारा इस वित्त वर्ष में अब तक 16246 क्यूबिक मीटर इमारती लकड़ी की बिक्री कर 24 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में वन विकास निगम फायदे की तरफ जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निगम को और लाभप्रद बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है।
इस अवसर पर निगम के अधिकारियों द्वारा उन्हें स्टाफ की कमी के बारे में भी अवगत करवाया गया। उन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने तथा प्राथमिकता के आधार पर स्टाफ की कमी को पूरा करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान वन विकास निगम के मंडलीय प्रबंधक अजय शर्मा ने उपाध्यक्ष को निगम द्वारा नूरपुर में किए जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इससे पहले उन्होंने हिम काष्ठ विक्रय भंडार नूरपुर का निरीक्षण भी किया।
नूरपुर पहुंचने पर पूर्व विधायक अजय महाजन तथा वन निगम के निदेशक योगेश महाजन ने उन्हें शॉल व टोपी भेंट कर सम्मानित किया। बैठक में वन विकास निगम के मंडलीय प्रबंधक अजय शर्मा, वन निगम के निदेशक योगेश महाजन, निदेशक नितिन पाटिल (आईएफएस) तथा डीएफओ अमित शर्मा उपस्थित रहे।