चंबा मेडिकल कॉलेज में व्हाइट कोट समारोह, फक्र भी और चुनौतियां भी साथ
ewn24news choice of himachal 18 Dec,2022 3:14 pm
एमबीबीएस बैच 2022-23 के प्रशिक्ष डॉक्टरों को पहनाया कोट
चंबा। एक डॉक्टर के लिए व्हाइट कोट किसी फक्र से कम नहीं होता है। साथ ही चुनौतियां और जिम्मेदारियां भी साथ लाता है। क्योंकि डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है। अपनी या अपनों की जिंदगी बचाने के लिए लोगों की उम्मीदें डॉक्टर से कहीं अधिक रहती हैं।
एमबीबीएस बैच 2022-23 का व्हाइट कोट समारोह चंबा पंडित जवाहरलाल नेहरू शासकीय मेडिकल कॉलेज में आयोजित किया गया। शनिवार को आयोजित समारोह में मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और व्हाइट कोट के महत्व के बारे प्रशिक्षु डॉक्टरों को अवगत करवाया।
उन्होंने कहा कि समारोह स्वास्थ्य सेवा कैरियर की और यात्रा में पारित होने का एक संस्कार है, जो मेडिकल प्रशिक्षु डॉक्टरों के लिए एक औपचारिक कार्यक्रम है। समारोह के दौरान प्राचार्य ने नए प्रशिक्षु डॉक्टरों को सफेद कोट पहनाया और कहा कि सफेद कोट पहनकर आपने पीड़ित मानवता की जरूरतों के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए चुना है।
सफेद कोट आपको पहचान, आत्मविश्वास, सशक्तिकरण और सम्मान देता है, लेकिन निश्चित रूप से यह आपको और अधिक चुनौतियां और जिम्मेदारियां देगा। प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि चिकित्सा एक महान पेशा है और इसके लिए कड़ी मेहनत, समर्पण प्रतिबद्वता करुणा और सहानुभूति की आवश्यकता होती है।
फोरेंसिक मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने प्रशिक्षु डॉक्टरों को रैगिंग को बर्दाश्त नहीं करने को कहा और कहा कि जब भी कोई प्रशिक्षु रैगिंग की घटना का सामना करता है तो उसे तुरन्त प्राचार्य या एंटी रैगिंग कमेटी के किसी भी सदस्य को रिपोर्ट करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि परिसर के साथ साथ परिसर के बाहर भी अनुशासन बनाएं रखें। इस मौके पर डॉ. रंजन कत्याल, डॉ. रंजीत कौर, डॉ. जावेद मुल्ला, डॉ. विनोद कुमार भारद्वाज, डॉ. अमित, डॉ. गौरव भाटिया, डॉ. आकाश श्रीवास्तव, डॉ. गौरव कटोच, डॉ. बिक्रमजीत सिंह सहित अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।