कांगड़ा : फोरलेन ने छीना जसूर का 'नूर', ट्रेन भी निकली दगाबाज
ewn24news choice of himachal 22 Apr,2024 2:51 pm
दुकानदारों को उठानी पड़ रही परेशानी
ऋषि महाजन/ जसूर। पठानकोट-मंडी फोरलेन के कार्य ने कांगड़ा जिला के व्यापारिक शहर जसूर का नूर छीन सा लिया है। वहीं, ट्रेन भी दगाबाज साबित हो रही है। इसके चलते जसूर में दुकानदारों को तो परेशानी उठानी पड़ ही रही है। साथ ही लोगों को भी दिक्कत हो रही है।
व्यापारियों का कहना है कि जसूर में फोरलेन का काम काफी धीमी गति से चला हुआ है। इसे देखते हुए लगता है कि अगले चार साल में भी यह पूरा नहीं होगा। वहीं, डेढ़ साल से छुकछुक बंद है।
कांगड़ा-चंबा लोकसभा सांसद ने हमारे मन की बात नहीं सुनी। धूल से हमारा बुरा हाल हो रहा है। आर्थिक रूप से नुकसान के साथ स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ हो रहा है।
फोरलेन के कार्य के चलते और ट्रेन बंद होने से लोग बाजार का रुख करने से बच रहे हैं। साथ ही धूल से व्यापारियों को बीमारियां का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि व्यापारियों को तो मजबूरन दुकानें खोलकर पूरा दिन बैठना ही पड़ता है।
व्यापार मंडल जसूर के प्रधान राजीव महाजन का कहना है कि डेढ़ साल से रेल बंद है। इसको लेकर मौजूदा कांगड़ा के सांसद किशन कपूर ने प्रश्न नहीं उठाया। फोरलेन का कार्य पिछले दो साल से धीमी गति से चल रहा है। इस गति से अगले चार साल तक काम पूरा होने की उम्मीद नहीं है।
इससे लोगों और जसूर के दुकानदारों को नुकसान हो रहा है। नुकसान की भरपाई दो तीन साल तक नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि धीमी गति से चले फोरलेन के कार्य को लेकर समस्त व्यापारियों से बैठक कर आगामी रणनीति बनाई जाएगी। अगर जरूरी हुआ तो प्रदर्शन का रास्ता अपनाया जाएगा।
जसूर निवासी गोलू पठानिया और रण सिंह का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से रेल बंद पड़ी है। नूरपुर रोड (जसूर) रेलवे स्टेशन सुना पड़ा है। फोरलेन का कार्य काफी धीमी गति से चला है। कोई सुध लेने वाला नहीं है। व्यापारियों को लोगों की बात सुनने वाले को ही वोट मिलेगा।