हिमाचल : अब तक 103 लोग गंवा चुके जान, 9 हजार करोड़ का नुकसान
ewn24news choice of himachal 14 Jul,2023 8:24 pm
शिमला। तीन दिन आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु शुक्रवार को शिमला पहुंचे और उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में तीन दिन तक लगातार हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई है। सरकार ने इस आपदा में पहले फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू किया। 75 हजार में से 67 हजार पर्यटकों को सुरक्षित निकाल दिया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बताया कि कसोल में कुछ पर्यटक फंसे हैं उनके पास खाने-पीने का सामान पहुंचाया जा रहा है। अभी तक इस आपदा में 103 लोगों की मौत हो गई है जबकि 16 लोग गुम है हालांकि किसी भी पर्यटक की मौत नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि चार हजार करोड़ का अनुमानित नुकसान बढ़कर आठ से नौ हजार करोड़ हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दो हजार करोड़ की राहत की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि 188 करोड़ की राहत 12 जिलों को प्रदेश सरकार ने दी है। वहीं, प्रदेश सरकार ने 315 करोड़ जो आपदा का केंद्र के पास पिछला बकाया है उसकी मांग की गई है।
मुख्यमंत्री ने चंद्रताल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा प्रदेश के लिए बेहद मुश्किल वक़्त था चारो तरफ प्राकृतिक आपदा से हो रही आपदा के बीच लोगों का जीवन बचाना मुश्किल काम था, लेकिन सरकार ने पूरी तैयारी के साथ स्थिति को संभाला और सब जगह एक साथ "ऑपरेशन जीवन" चलाकर लोगों के जीवन बचाने में सफलता हासिल की।
ऐसे हालातों में स्थानीय लोगों के साथ ऐसे सैलानी जिनका कोई पता नहीं था उन तक पहुंचना और उनको सुरक्षित बचाना हमारी सरकार की सबसे बड़ी सफलता है। मुख्यमंत्री ने कहा आज किन्नौर से आते हुए 9 लोगों को अपने साथ लेके आया हूं और 119 और लोगों को सांगला से सफल रेस्क्यू किया गया।
उन्होंने कैबिनेट मंत्री जगत नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की सराहना करते हुए कहा कि 62 साल की उम्र में कम ऑक्सीजन वाले क्षेत्र में जाने का साहस दिखाया और रेस्क्यु ऑपरेशन में लगे लोगों का मनोबल बढ़ाया जिसके चलते ये असम्भव सा काम थोड़े ही समय में सफल हो गया।
कुल्लू, मनाली, किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा, सिरमौर जो सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है वहां से अधिकांश लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यु कर उनको उनके गंत्वय की और भेज दिया गया है। अकेले कुल्लू मनाली में लगभग 70 हज़ार के करीब सैलानी फंसे थे जिनमें से 60 हज़ार लोगों को घर भेज दिया गया है। 10 हज़ार लोग अपनी गाड़ियां छोड़ कर नहीं जाना चाह रहे हैं इसलिए वहां रुके हैं।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में आपदा राहत कोष 2023 बनाया गया है। लोगों से इसमें सहयोग की अपील की गई है। इसमें कांग्रेस विधायक व मंत्रियों ने एक महीने का वेतन, आईएएस HAS एसोसिएशन ने एक दिन की सैलरी आपदा राहत कोष में देने का फैसला लिया है। इसके अलावा 1100 करोड़ राज्य ने इस आपदा के लिए जारी किया है जिसमें 610 करोड़ पीडब्ल्यूडी और 218 करोड़ आईपीएच के लिए जारी किया है।