पितृपक्ष के समापन के साथ ही शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो जाती है। नवरात्र के नौ दिन में शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। घट स्थापना कर विधिवत मां की पूजा की जाती है।
नौ दिन में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों को अलग-अलग पकवानों का भोग लगाया जाता है। आइए आपको बताते हैं कि इस साल शारदीय नवरात्र की शुरुआत कब से हो रही है और घट स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
शारदीय नवरात्र की शुरुआत 03 अक्टूबर से हो रही है। इस बार 9 की बजाय 10 दिन की शारदीय नवरात्र होगी क्योंकि नवरात्र की एक तिथि में वृद्धि होने के कारण शारदीय नवरात्र 3 से 12 अक्टूबर तक होगी।
शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर 12:07 बजे आ जाएगी जो 12 अक्टूबर को सुबह 10:59 बजे तक रहेगी। इसके बाद दसवीं तिथि आएगी इसलिए 12 अक्टूबर को सुबह नवमी का पूजन होगा और शारदीय नवरात्र का समापन इसी दिन माना जाएगा। शाम को दशहरा यानी विजयदशमी का पर्व मनाया जाएगा।
नवरात्र घटस्थापना 2024 3 अक्टूबर 2024, गुरुवार
नवरात्र घटस्थापना मुहूर्त 06:15 AM से 07:22 AM
घटस्थापना अभिजित मुहूर्त 11:46 AM से 12:33 PM
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ 03 अक्टूबर 2024 को 12:18 AM बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त 04 अक्टूबर 2024 को 02:58 AM बजे
कन्या लग्न प्रारम्भ 03 अक्टूबर 2024 को 06:15 AM बजे
कन्या लग्न समाप्त 03 अक्टूबर 2024 को 07:22 AM बजे
शारदीय नवरात्र के पहले दिन सुबह उठकर स्नान आदि करके साफ वस्त्र पहनें।
इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करके गंगाजल छिड़कें।
इसके बाद लाल कपड़ा बिछाकर उस पर थोड़े चावल रखें।
मिट्टी के एक पात्र में जौ बो दें। इस पात्र पर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें।
कलश में चारों ओर आम या अशोक के पत्ते लगाएं और स्वास्तिक बनाएं।
फिर इसमें साबुत सुपारी, सिक्का और अक्षत डालें।
एक नारियल पर चुनरी लपेटकर कलावा से बांधें और इस नारियल को कलश के ऊपर पर रखते हुए मां जगदंबे का आह्वान करें।
इसके बाद दीप जलाकर कलश की पूजा करें।