आज शनिदेव जयंती है। ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है। ज्येष्ठ अमावस्या को शनि जयंती भी कहते हैं। इस दिन शनि देव का प्राकट्य हुआ था। इसलिए इस दिन उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है।
ज्योतिषविद के अनुसार इस दिन शनि देव की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा मिलती है, जिन लोगों पर शनीकृत पीड़ा चल रही है, उन्हें शनिदेव का आशीर्वाद मिल सकता है।
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ज्योतिषविद का कहना है कि भाग्यवान व्यक्ति के जीवन में शनि की साढ़ेसाती 4 बार आती है, जबकि सामान्य व्यक्ति के जीवन में 2 या 3 बार शनि की साढ़ेसाती आती है, जबकि ढैय्या चंद्र राशि के आधार पर तय होती है।
अगर शनि की साढ़ेसाती आपको परेशान कर रही है तो शनि के मंत्रों का जाप करना चाहिए। शनि की वस्तुओं और सरसों के तेल का दान करना चाहिए। शिवलिंग के ऊपर काले तिल जल में मिलाकर चढ़ाएं।