शिमला। हिमाचल प्रदेश में बरसात में भारी नुकसान हुआ है। कई लोगों की जान गई है। सड़कों, पुलों, घरों आदि को नुकसान पहुंचा है। खासकर पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। विभाग को अब तक 2,600 करोड़ का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में अभी भी बारिश का कहर जारी है और प्रदेश में 600 सड़कें अभी भी बंद हैं। सरकार ने पूरे हिमाचल को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित किया है।
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार को सचिवालय में पत्रकार वार्ता कर कहा कि प्रदेश में बारिश से इस बार भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के कई हिस्सों में कई लोगों की मौत होने के साथ ही संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, मंत्री लगातार प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और लोगों को राहत देने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से जो हिमाचल को मदद मिलनी चाहिए थी, उस तरह की मदद नहीं मिल रही है।
वहीं, उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 2643 करोड़ जारी करने के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पीडब्ल्यूडी के प्रयासों से प्रदेश को इस आपदा के समय यह बड़ी सौगात मिली है। प्रदेश में जल्द ही नई सड़कों का निर्माण कार्य इसे शुरू हो पाएगा। इसके लिए विभाग ग्लोबल टेंडर करेगा और सड़क निर्माण की गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में आपदा के समय राजनीति ना करके सभी को एकजुट होकर केंद्र के समक्ष हिमाचल के हितों को रखना चाहिए और प्रदेश को आपदा राज्य घोषित करने की मांग विपक्ष को भी करनी चाहिए, ताकि प्रदेश को अधिक से अधिक आर्थिक मदद केंद्र सरकार से मिल सके।