दिल्ली में वायु प्रदूषण का बड़ा कारण आया सामने, लगातार धीमी बनी है हवा की गति
ewn24news choice of himachal 06 Nov,2023 4:03 pm
30 अक्टूबर के बाद से स्थिति रही बिगड़
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बनता जा रहा है। प्रदूषण के स्तर में निरंतर बढ़ोतरी देखी जा रही है। आखिर वायु प्रदूषण का सबसे बढ़ा कारण क्या है हम आपको बताते हैं। वैज्ञानिकों और मौसम विभाग के विश्लेषण के अनुसार दिल्ली में 30 अक्टूबर के बाद प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
इसका कारण दिल्ली में तापमान का लगातार गिरना है। साथ ही हवा गति 30 अक्टूबर से ठहराव की स्थिति में है। यानी कि हवा की गति काफी धीमी बनी हुई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दिल्ली में कई सालों के बाद ऐसी स्थिति बनी है। 30 अक्टूबर के बाद निरंतर हवा की गति धीमी है।
हालांकि होता ऐसा है कि दो या तीन दिन हवा की गति धीमी रहती है, फिर तेज हो जाती है। पर इस बार 30 अक्टूबर के बाद से लगातार ऐसी स्थिति बनी हुई है। इसके चलते प्रदूषण के कण डिस्पर्स (फैल नहीं रहे हैं) नहीं हो रहे हैं व नीचे सतह बने हुए हैं। इसके चलते AQI लेवल बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर को AQI लेवल 347 दर्ज किया गया था। 31 अक्टूबर को 359, 1 नवंबर को 364, 2 नवंबर को 392, 3 नवंबर को 468, 4 नवंबर को 415, 5 नवंबर को 454, 6 नवंबर को 436 रहा है। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विभागों अधिकारियों से समीक्षा बैठक की और जरूरी फैसले लिए गए।
सरकार ने दिवाली के बाद यानी 13 नवंबर 2023 से ऑड और ईवन लागू करने का फैसला लिया है। 13 नवंबर से 20 नवंबर तक यह नियम लागू रहेगा। 20 नवंबर को फिर समीक्षा करके इस बारे आगे का फैसला लिया जाएगा। जिन वाहनों के नंबर का अंतिम अंक 1, 3, 5, 7 और 9 होगा वह ऑड वाले दिन चलेंगे। वहीं, जिस वाहनों के नंबर का आखिरी अक्षर 0, 2, 4, 6 और 8 होगा वे ईवन वाले दिन चलेंगे।
फैसलों का जानकारी देते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते सरकार ने कुछ फैसले लिए हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों के चलाने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। इसके अलावा इमरजेंसी, आवश्यक सेवाओं, एलएनजी, सीएनजी, इलेक्ट्रिक ट्रक को छोड़कर अन्य ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक रहेगी।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बीएस 6 डीजल, इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं के वाहनों को छोड़कर दिल्ली से बाहर रजिस्ट्रर अन्य सभी लाइट कमर्शियल वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक रहेगी। दिल्ली के अंदर पंजीकृत डीजल के मध्यम और भारी मालवाहक वाहनों चलने पर भी रोक रहेगी। मात्र इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही छूट रहेगी।
दिल्ली में अब सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा पहले नर्सरी से 5वीं तक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद किया गया था। सोमवार को लिए फैसले के अनुसार 6, 7, 8, 9 और 11 कक्षाओं के छात्रों के लिए भी स्कूल भी 10 नवंबर तक बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाओं के मध्यनजर 10वीं और 12वीं की कक्षाएं जारी रखने का फैसला लिया है।
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध है, लेकिन पहले भी देखा गया कि प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़े जाते हैं। इसके लिए पुलिस के सतर्क रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि दिवाली आ रही है।
वर्ल्ड कप का मैच और छट पूजा भी आ रही है। इसके चलते पुलिस को सख्ती के निर्देश जारी दिए हैं। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार से भी आग्रह किया है कि वे भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं औ निगरानी रखें, ताकि वायु प्रदूषण की समस्या से निजात मिल सके।