शिमला। हिमाचल में पिछले तीन साल में (फरवरी माह 2025 तक) तक पेट्रोल और डीजल से सरकार को 4261 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्ष 2022-23 में पेट्रोल और डीजल से 1201 करोड़, 2023-24 में 1530 करोड़ और 2024-25 में (फरवरी माह तक) 1530 करोड़ का कर संग्रहण (Total Tax Collection) इकट्ठा हुआ है। इस अवधि के दौरान हिमाचल में पेट्रोल-डीजल की 32295.61 करोड़ रुपए की बिक्री हुई है।
यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल के लिखित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुहैया करवाई है। जानकारी दी गई कि हिमाचल में वर्ष 2022-23 में डीजल व पेट्रोल की कुल 12985.77 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। इसमें डीजल की कुल बिक्री 9429.19 करोड़ व पेट्रोल की कुल बिक्री 3556.77 करोड़ हुई है।
वर्ष 2023-24 में डीजल व पेट्रोल की कुल 10477.37 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। इसमें डीजल की कुल बिक्री 7029.41 करोड़ व पेट्रोल की कुल बिक्री 3447.96 करोड़ हुई है। प्रदेश में वर्ष 2024-25 में (दिनांक 20 फरवरी 2025 तक) डीजल व पेट्रोल की कुल 8832.47 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। इसमें डीजल की कुल बिक्री 5706.11 करोड़ व पेट्रोल की कुल बिक्री 3126.36 करोड़ हुई है।
वर्तमान में डीजल पर 13.9 प्रतिशत या 10.40 रुपए प्रति लीटर जो अधिक हो की दर से वैट (VAT) लिया जाता है। पेट्रोल पर 17.5 प्रतिशत या 13.50 रुपए प्रति लीटर जो अधिक हो की दर से वैट लिया जाता है।
इस अवधि में दो बार डीजल वैट (VAT) की दरों में परिवर्तन किया गया है। प्रथम बार 7 जनवरी 2023 को 3 रुपए प्रति लीटर और 14 जुलाई 2023 को भी 3 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। इस अवधि में पेट्रोल पर वैट की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।