रमेश कुमार/मंडी। जिला मंडी के अंतर्गत तहसील निहरी की ग्राम पंचायत जरल के दूर दराज गांव मांगन की होनहार बेटी बबली ने 12वीं के परीक्षा परिणाम में प्रदेश भर में दसवां स्थान हासिल कर अपने विद्यालय सहित इलाके का नाम रोशन किया है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जरल की छात्रा बबली ने आर्ट्स संकाय में 500 में से 472 अंक हासिल किए।
बबली एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखती है। उनके पिता पेशे से किसान व माता गृहिणी है। बबली प्रतिदिन अपने घर से स्कूल आने-जाने के लिए करीब 6 घंटे का सफर तय करती थी जो अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती है। इसके बावजूद प्रदेश भर में दसवां स्थान हासिल करना काबिले तारीफ़ है।
बताते चलें बबली जिस गांव से संबंध रखती है उसका नाम मांगन है जो आज़ादी के 77 साल बाद भी सड़क यातायात से नहीं जुड़ पाया है, जिसका खामियाजा इन मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। बच्चों को पांच से छह घंटे रोजाना पैदल स्कूल आना-जाना पड़ता है। बबली ने बताया कि वह सुबह पांच बजे उठती है और अपनी माता के साथ सुबह का खाना बनाती है साथ में अपनी पढ़ाई करती है।
सुबह सात बजे स्कूल के लिए तैयार होकर 6 घंटे पैदल आना-जाना पड़ता है। शीतकालीन सत्र होने के कारण स्कूल 10 बजे पहुंचना पड़ता है। सर्दियों में उस समय लोग सोए होते हैं जिस समय बबली स्कूल के लिए निकलती है।
शाम को चार बजे छुट्टी के पश्चात अंधेरे में 7 बजे घर पहुंच कर स्कूल एवं घर के कार्य में व्यस्त हो जाना ही कुछ यूं बबली का बारहवीं तक का सफर उनकी कड़ी मेहनत के कारण सुहाना रहा। दूसरी तरफ़ बेटी की इस सफलता से परिवार में माता-पिता बहुत खुश हैं।
बबली के पिता कहते हैं कि वह खुद अधिक पढ़ा-लिखा न होने के कारण बेटी की पढ़ाई में मदद नहीं कर पाते थे। शिक्षक ही बबली के मार्गदर्शक रहे। बबली वकील बनना चाहती है और उस दिशा में अभी से ही निरंतर प्रयासरत हैं। विद्यालय और परिवार बबली की इस शानदार उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है।
साथ लगती बंदली पंचायत के प्रधान प्रवीन ठाकुर ने भी बबली को प्रदेश भर में दसवां स्थान हासिल करने पर हार्दिक बधाई व भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
प्रवीन ठाकुर ने कहा कि दिन प्रतिदिन युवा वर्ग निहरी क्षेत्र का नाम प्रदेश भर में रोशन कर रहे हैं और वो दिन दूर नहीं जब निहरी क्षेत्र देश में ही नहीं अपितु दुनिया भर में जाना जाएगा।