ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा जिला के शिक्षा खंड नूरपुर के तहत पंचायत खैरियां में स्थित प्राइमरी स्कूल दरड़ के भवन को खतरा पैदा हो गया है। भवन के साथ लगती जमीन धंसने से ऐसा हुआ है। अभी बरसात का सीजन आने वाला है, ऐसे में शिक्षकों और अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल ग्राउंड से लेकर स्कूल भवन में दरारें आई हुई हैं और बिल्डिंग को खतरा उत्पन्न हो गया है। लोगों ने बताया कि स्कूल में चारदीवारी भी नहीं है और साथ में ही सड़क है। ऐसे में खेल रहे या भागते हुए बच्चों के साथ कोई भी बड़ी अनहोनी घट सकती है। लोगों ने कहा कि प्री-प्राइमरी की कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं।
कुछ दिन पहले स्कूल प्रशासन, एसएमसी कमेटी व स्थानीय लोगों ने स्कूल में एकत्रित होकर मीडिया के सामने स्कूल बिल्डिंग, किचन, बाथरूम और स्कूल में चारदीवारी न होने को लेकर अपनी बात रखी। वहीं, स्कूल की इंचार्ज कमलेश कुमारी ने बताया कि स्कूल भवन को बने हुए लगभग 25 वर्ष हो गए हैं और बिल्डिंग के साथ की भूमि बरसात के कारण बह गई थी।
स्कूल ग्राउंड से लेकर भवन तक में दरारें आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि 50 से ज्यादा बच्चे इस समय शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। ऐसे में चारदीवारी के बिना बच्चों को संभालना मुश्किल काम है, क्योंकि साथ में ही सड़क है और एक तरफ ऊंचा डंगा लगा हुआ है।
छोटे-छोटे बच्चों के साथ खेलते समय कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर 2023 से स्कूल प्रशासन ने विभाग और प्रशासन से पत्राचार कर अपनी समस्या सामने रखी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अजय सहोत्रा ने बताया कि 26 अप्रैल 2023 को 6,45,000 का एस्टीमेट बनाकर भेजा गया था। इसे 11 मई 2023 को धर्मशाला से शिमला कार्यालय भेज दिया था, जैसे ही यह राशि स्वीकृत होगी, कार्य लगा दिया जाएगा।
एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह ने कहा कि स्कूल की दीवार के पास जमीन धंसने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही उन्होंने ब्लॉक खंड अधिकारी को मौके का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके बाद एक टीम ने स्कूल का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि जो जमीन धंस रही है, उसे जल्द ठीक किया जाएगा। बाकी की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी।