मंडी। जिला मंडी के जंजैहली क्षेत्र में बुधवार को ‘ड्रग फ्री मंडी अभियान’ की शुरुआत जोश और उत्साह के साथ हुई। इस अभियान को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजकीय केंद्रीय प्राथमिक विद्यालय, जंजैहली से हरी झंडी दिखाई। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
विद्यालय परिसर में आयोजित विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह पहली बार सराज क्षेत्र के दौरे पर आए हैं और इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुन्दरता को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से वह नशामुक्त अभियान से जुड़े हैं और प्रदेश के सभी जिलों में नशा विरोधी अभियान चला रहे हैं।
शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इस आन्दोलन में पंचायती राज संस्थाओं, महिला मण्डलों, मीडिया और विशेष रूप से स्कूली छात्रों की भूमिका बेहद अहम है। कई परिवार समाज में बदनामी के डर से नशे की समस्या को छिपाते हैं, जिससे इसका समाधान और कठिन हो जाता है।
राज्यपाल ने कहा कि किसी भी सामाजिक बुराई के समूल नाश के लिए पूरे समाज का एकजुट होकर आगे आना जरूरी है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लोग अब इस सामाजिक बुराई से एकजुट होकर लड़ रहे हैं और जागरूकता फैलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
शुक्ल ने इस अभियान को समर्थन देने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रदेश विधानसभा के सभी सदस्यों द्वारा नशा विरोधी कानून को सर्वसम्मति से पारित करने के लिए भी सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज की भागीदारी के बिना यह अभियान सफल नहीं हो सकता, इसलिए अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए आगे आना चाहिए।
हिमाचल की ऐतिहासिक परम्परा को स्मरण करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि देश का पहला परमवीर चक्र मेजर सोमनाथ शर्मा को मिला, जो कांगड़ा जिले से सम्बंध रखते थे। हमें यह सोचना होगा कि अगर नशे की समस्या लगातार बढ़ती रही तो हम भविष्य में ऐसे वीर सपूत कैसे तैयार कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत से सीधा युद्ध नहीं कर सकता, इसलिए वह नशे के माध्यम से समाज को खोखला और कमज़ोर करने के प्रयास कर रहा है। उन्होंने ऐसे खतरों के खिलाफ सामूहिक सर्तकता की आवश्यकता पर बल दिया।
राज्यपाल ने ‘आपरेशन सिंदूर’ की भी सराहना की, जिसके तहत सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया और भारत की वैश्विक छवि और मजबूत हुई तथा अर्थव्यवस्था चौथे स्थान तक पहुंच गई है।
राज्यपाल ने नशा विरोधी विशेष अभियान शुरू करने और समाज का मार्गदर्शन करने के लिए बलवाड़ पंचायत की महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने इटली में आयोजित पैरालंपिक में तीन रजत पदक जीतने वाली मंडी की राधा देवी को सम्मानित करते हुए अपनी ऐच्छिक निधि से 15 हजार रुपये देने की घोषणा की।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना की और कहा कि यह एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि नशे के विरूद्ध एक सतत आन्दोलन है जिसमें सभी नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है।
उन्होंने इस अभियान में महिलाओं की अहम भूमिका पर बल देते हुए कहा कि यदि महिलाएं संकल्प लें तो नशा उनके घर में प्रवेश कभी नहीं कर सकता। उन्होंने सिन्थैटिक नशे की बढ़ती समस्या और त्वरित कमाई के लिए युवाओं की नशे के व्यापार के प्रति बढ़ती रूचि पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने छात्रों से नशे के खिलाफ सख्त रूख अपनाने का आह्वान किया और आश्वासन दिया कि नशे को खत्म करने के लिए समाज पूरी तरह से उनके साथ है।
मंडी की उपायुक्त अपूर्व देवगन ने नशामुक्त अभियान की रूपरेखा और प्रशासन द्वारा नशे को समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने मंडी जिला में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार में बताया।
इस अवसर पर नव चेतना मंडल, खमरार द्वारा नशामुक्ति पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। विधायक विनोद कुमार, राकेश जम्वाल, सुरेन्द्र शौरी, इंद्र सिंह गांधी, दिलीप सिंह ठाकुर, दीपराज, पूर्ण चंद ठाकुर व लोकेन्द्र कुमार, पूर्व विधायक रवि ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा तथा राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।