अविनाश नेगी का पूरा परिवार जा रहा था शिव मंदिर, एक बहाने ने बचा ली बाकियों की जान
ewn24news choice of himachal 19 Aug,2023 7:19 pm
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के समरहिल स्थित शिव बावड़ी मंदिर में हुए हादसे ने कई परिवार उजाड़ दिए हैं। इनमें से एक परिवार किन्नौर के अविनाश नेगी का भी है। शुक्रवार रात अविनाश नेगी का शव मिला। अविनाश नेगी जिला किन्नौर यूला गांव से संबंध रखते थे।
अविनाश के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा चार साल का और छोटा दो साल का है। पांच दिन से दोनों बच्चे बार-बार मां से पूछ रहे थे कि पापा कब आएंगे। उन्हे कौन समझाए कि उनके पिता अब कभी लौट कर नहीं आएंगे।
अविनाश शिमला के बालूगंज स्कूल में बतौर शारीरिक शिक्षक (PTI) सेवाएं दे रहे थे। अविनाश नेगी सोमवार सुबह शिव मंदिर दर्शन के लिए गए थे और लैंडस्लाइड का शिकार हो गए। उनके साथ उनके मामा शंकर नेगी भी इस हादसे का शिकार हो गए। दोनों का ही शव शुक्रवार को मिला था।
अविनाश के मोसेरे भाई अनिल ने बताया कि दोनों बेटों का मां के मुकाबले पिता के साथ ज्यादा लगाव था। हादसे के बाद से दोनों पिता के बारे में पूछ रहे हैं। खासकर छोटा बेटा हर वक्त पिता के आने के इंतजार में है।
अनिल ने बताया कि हादसे वाले दिन सावन के आखिरी सोमवार पर अविनाश का छोटा बेटा बीमार पड़ गया। अगर वह बीमार न होता तो पूरा परिवार ही मंदिर जाने वाला था।
बेटे के तबीयत को देखते हुए अविनाश अकेले ही मंदिर गया लेकिन उसे क्या पता था कि आज उसका आखिरी दिन होगा। हालांकि एक छोटे से बहाने ने अविनाश के अलावा बाकी सबकी जान बचा ली।
बच्चे अब भी पिता के आने का इंतजार कर रहे हैं। उधर, अविनाश का शव घर पहुंचा तो पत्नी बेसुध हो गई। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। दो छोटे बच्चों के सिर से पिता का साया उठ चुका है। इस परिवार के लिए ये त्रासदी भुला पाना नामुमकिन है।