शिमला। हिमाचल प्रदेश में 79 अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्र स्तरीय, जिला स्तरीय और जिला स्तरीय जनजातीय मेले हैं। हिमाचल प्रदेश में चार मेले अंतरराष्ट्रीय स्तरीय हैं। इन मेलों को 5-5 लाख रुपए अनुदान राशि दी जाती है। इसमें रेणुका उत्सव जिला सिरमौर, कुल्लू दशहरा, मंडी शिवरात्रि और चंबा मिंजर शामिल हैं। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के दौरान इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन के लिखित सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दी है।
जानकारी दी है कि पांच मेले राष्ट्र स्तरीय हैं। इसमें शिमला ग्रीष्मोत्सव, लवी रामपुर, विंटर कार्निवल कुल्लू, होली सुजानपुर जिला हमीरपुर और मसरूर उत्सव जिला कांगड़ा शामिल हैं। इन राष्ट्र स्तरीय मेलों के लिए 3-3 लाख रुपए उपलब्ध करवाए जाते हैं। मसरूर उत्सव के लिए राशि पर्यटन विभाग द्वारा प्रदान की जाती है।
इसके अलावा 65 जिला स्तरीय मेले हैं। इन मेलों के लिए 50-50 हजार रुपए राशि दी जाती है। वहीं, पांच जिला स्तरीय जनजातीय मेले हैं। इन मेलों को भी 50-50 हजार रुपए की राशि दी जाती है। इनमें फुलाइच उत्सव रिब्बा किन्नौर, छतराड़ी मेला चंबा, जन्माष्टमी मेला युला किन्नौर, फूल यात्रा मेला पांगी चंबा और सांगल होली उत्सव किन्नौर शामिल हैं।