ऋषि महाजन/नूरपुर। बाल विकास परियोजना नूरपुर के तत्वावधान में विभिन्न योजनाओं के कार्यन्वयन के लिए खंड स्तरीय मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की समीक्षा बैठक वीरवार को एसडीएम गुरसिमर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक में "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना", "मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना" तथा अन्य योजनाओं से संबंधित कार्यों की समीक्षा की गई। एसडीएम ने बताया कि नूरपुर खंड में 337 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 12 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से छह माह से छह वर्ष तक के 6704 बच्चों,1628 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार प्रदान किया जा रहा है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उन्हें अपनी सुरक्षा के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुक एवं सशक्त बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि "बेटी है अनमोल योजना" के अंतर्गत इस वित्त वर्ष में अब तक 35 बेटियों के नाम कुल 7,17,000 रुपये की एफडी प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत 55 बेसहारा बच्चों को 4000 रुपये प्रति माह दिए जा रहे हैं।
इसके अलावा गृह निर्माण के 12 प्रस्ताव, उच्च शिक्षा के 9 प्रस्ताव, व्यावसायिक प्रशिक्षण का एक व विवाह अनुदान का भी एक प्रस्ताव जिला संरक्षक अधिकारी कांगड़ा स्थित धर्मशाला को स्वीकृति हेतु भेजा गया है।
एसडीएम ने बताया कि "मुख्यमंत्री कन्यादान योजना" की 16 पात्र लड़कियों के विवाह हेतु 8,16,000 रुपये की राशि व्यय की गई है । मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत 38 लड़कियों के विवाह पर कुल 11,78,000 रुपये की राशि जारी की गई है। विधवा पुनर्विवाह योजना के तहत एक महिला को 50 हजार रुपये की राशि दी गई है।
उन्होंने बताया कि मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत 519 आवेदन स्वीकृति हेतु जिला संरक्षक अधिकारी कांगड़ा स्थित धर्मशाला को भेजे गए हैं।
उन्होंने बताया कि वन स्टाप सेंटर जाच्छ के निर्माण हेतु भूमि का चयन करने के साथ इसका प्राकलन तैयार कर लिया गया है और आगामी कार्यवाही हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी कांगड़ा को भेज दिया गया है ।
इस अवसर पर एसडीएम ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार ग्राम सभा की बैठक तथा शैक्षणिक संस्थानों में करवाना सुनिश्चित करें,ताकि पात्र लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कम लिंगानुपात वाली पंचायतों में जागरूकता शिविर आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
इससे पहले,कार्यकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीत कुमार ने एसडीएम और अन्य सभी अधिकारियों का स्वागत किया तथा विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।