शिमला। राजधानी शिमला के संजौली मस्जिद विवाद को लेकर नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। जयराम ठाकुर ने कहा है कि संजौली मस्जिद में जाने पर स्थानीय लोगों पर भी पाबंदी है ऐसे में बाहरी राज्य से AIMIM का नेता मस्जिद में जाकर वीडियो ग्राफी कैसे कर रहा है, उसको किसने जाने दिया।
प्रशासन कहां था ? AIMIM नेता लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम कर रहा है ऐसे में इसकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए। सरकार मामले की गंभीरता को समझ नहीं रही है।
वहीं, जयराम ठाकुर ने अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा के अंदर बड़ी-बड़ी बातें कीं और कार्रवाई की मांग की लेकिन कांग्रेस हाई कमान का मंत्री पद से हटाने के लिए फोन आया तो उनकी टांगें कांपने लगीं।
विक्रमादित्य सिंह ने यूपी की तर्ज़ पर स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी लागू करने की बात कही है तो उस पर कायम भी रहे। हालांकि, हिमाचल में पहले से ही स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी है जिसे कांग्रेस सरकार ने आने पर बंद कर दिया था जिसके बाद आज ऐसे हालात बने हुए हैं।
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की गारंटियों को लेकर सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने पहली कैबिनेट में महिलाओं को 1500 रुपए, एक लाख नौकरी, 300 यूनिट फ्री बिजली देने की बात कही थी वह देना तो दूर उल्टा लोगों से छीनना शुरू कर दिया है।
पूरे देश में कांग्रेस की गारंटियों की पोल खुल गई है और सुक्खू तो अब कह रहे हैं कि उन्होंने गारंटी नहीं दी और लोग कांग्रेस के नेताओं को ढूंढ रहे हैं जिन्होंने झूठी गारंटी दी थी। आम लोगों के साथ-साथ कर्मचारियों की भी गलतफहमी भी अब दूर हो रही है।
समय पर सैलरी और पेंशन नहीं मिल रही है जबकि दो साल कोविड के बावजूद कभी भाजपा सरकार में सैलरी देरी से नहीं दी गई। सुक्खू सरकार ने आते ही सभी योजनाओं और संस्थानों को बन्द करने का काम शुरू किया है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रदेश के विकास के लिए ठीक नहीं है।