शिमला में जाम, भौगोलिक स्थिति बड़ा फैक्टर- पुलिस से सामने रहती है बड़ी चुनौती
ewn24news choice of himachal 05 Apr,2024 3:35 pm
ट्रैफिक प्रबंधन में लगातार काम जारी
शिमला। पर्यटन के लिहाज से समर सीजन के लिए हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला तैयार है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग उम्मीद में हैं कि पर्यटकों की आमद हिमाचल में बढ़े, ताकि पर्यटन कारोबार को नए पंख मिल सकें।
ऐसे में प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक मैनेजमेंट की होती है। पर्यटकों की आमद बढ़ने से ट्रैफिक पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में शिमला के स्थानीय लोगों को भी बढ़ते गाड़ियों के फलों के कारण जाम से दो चार होना पड़ता है।
लिहाजा शिमला में जाम से निजात के लिए पुलिस की तैयारियों को लेकर पुलिसअधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि शिमला में जाम के लिए यहां की भौगोलिक स्थिति बड़ा फैक्टर है, लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद उनकी टीम ट्रैफिक प्रबंधन में लगातार काम कर रही है।
शिमला एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शिमला प्रदेश की राजधानी है, जिस कारण यहां प्रदेश के मुख्य कार्यालय, बड़े अस्पताल, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय है।
इस कारण ट्रैफिक का फ्लो बहुत अधिक रहता है और जाम की स्थिति पैदा होती है। हमारा विभाग ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बहुत ही सक्रियता से कार्य कर रहा है।
एसपी ने कहा कि कुछ ऐसे इंडिपेंडेंट फैक्टर है, जो पुलिस के नियंत्रण से बाहर है, जिसमें वाहनों की संख्या का बहुत अधिक होना एक मुख्य कारण है।
इसके अलावा वाहनों की संख्या के अनुसार शिमला में स्पेस नहीं है, शिमला करीब 7 हजार फीट की ऊंचाई पर है और जैसे जैसे ऊंचाई बढ़ती है तो स्पेस की उपलब्धता भी कम होती जाती है।
इसमें एक और बहुत बड़ा फैक्टर समय भी है। सभी कर्मचारी, विद्यार्थी या अन्य कामगार लोग करीब एक ही समय में अपने काम के लिए घर से निकलते हैं और लगभग एक ही समय में अपने काम से घर के लिए निकलते हैं।
इस कारण एक छोटे से समय में हमें बहुत ज्यादा वाहनों को नियंत्रित करना होता है, जिसे हमारी टीम बखूबी कर भी रही है।