शिमला। हिमाचल के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने पीएम नरेन्द्र मोदी के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के घर जाने को लेकर आपत्ती जताई है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए देश में न्याय व्यवस्था से विश्वास उठने वाला बताया है।
वहीं, इस दौरान जगत सिंह नेगी ने मंडी से सांसद कंगना रनौत पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कंगना रनौत के बयान पर कहा कि किसी अन्य व्यक्ति से भी इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि मंडी की जनता कंगना को सांसद चुनकर अब पछता रही है।
हिमाचल सरकार में मंत्री जगत सिंह ने कहा कि हाल ही में देश के प्रधानमंत्री सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के घर चले गए। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए अपने आप में एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है। उन्होंने कहा कि अब तक किसी ने ऐसा नहीं किया।
संविधान निर्माताओं ने जो लोकतांत्रिक प्रणाली को बनाए रखने के लिए व्यवस्था बनाई उसको प्रधानमंत्री ने छिन्न भिन्न कर दिया है और हाल यह है कि लोगों का भरोसा अब न्याय व्यवस्था से भी उठ गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का इस तरह मुख्य न्यायाधीश के घर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के चरित्र और चेहरे में फर्क है प्रधानमंत्री जहां जाते हैं खुद को वहां का बताते हैं। जगत सिंह नेगी ने कहा कि कांग्रेस की गारंटियों पर प्रधानमंत्री ने खूब शोर मचाया लेकिन जम्मू कश्मीर और हरियाणा में उन्हीं गारंटियों के नाम बदलकर चुनाव में दे रहे हैं।
नेगी ने कहा कि 10 साल में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में देश बर्बाद हो चुका है। लोग अब समझ गए हैं और कांग्रेस पर भरोसा जाता रहे हैं। आगामी चुनाव में भाजपा की बुरी तरह से हार निश्चित है।
वहीं, जगत सिंह नेगी ने कंगना रनौत के बयान पर भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान एक सांसद से आया है वह किसी अनपढ़ व्यक्ति से भी नहीं आ सकता। उन्होंने कहा कि ऐसे सांसद का चुनाव करना हमारी गलती थी।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि सही तर्कों से आलोचना होनी चाहिए पर इस तरह की मूर्खतापूर्ण बातों को आगे नहीं बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंडी की जनता अब पछता रही है कि एक ऐसी सांसद को चुनकर मंडी ने देश की सबसे बड़ी संसद में भेजा है।
वहीं, इस साल के सेब सीजन को लेकर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस बार सीजन थोड़ा देरी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक 1 करोड़ 40 लाख सेब की पेटियां फल मंडियों में पहुंची है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार MIS के तहत भी कम सेब खरीदा गया है।
अब तक कुल 23 हज़ार मेट्रिक टन सेब सरकार ने खरीदा है। इस बार से सीजन के देरी से होने की वजह सबसे बड़ी वजह प्रतिकूल मौसम है साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में इस बार सीजन देरी से आया है।