स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स पर तैनात कर्मियों का मामला
शिमला। कोरोना काल के दौरान आउटसोर्स आधार पर अस्पतालों में रखे गए कर्मचारियों का अनुबंध बीते दिन खत्म हो गया है। प्रदेश भर में स्वास्थ्य विभाग में कोरोना के दौरान 18 सौ के करीब कर्मी आउटसोर्स पर तैनात हैं, जिसमें 100 के करीब स्टाफ नर्स भी शामिल हैं। इन्हें कोविड वॉरियर्स का तमगा भी दिया गया था, लेकिन अब इन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
कंपनी को दिए गए टेंडर की अवधि शुक्रवार को खत्म हो गई है, जिसके चलते अब इन कर्मियों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं, शनिवार को प्रदेशभर में आउटसोर्स पर काम कर रही स्टाफ नर्से सचिवालय पहुंची, जहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सेवा विस्तार देने और स्थाई नीति बनाने की गुहार लगाई।
सचिवालय पहुंची स्टाफ नर्सो का कहना है कि कोविड के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दी हैं और 6 घंटे तक पीपीई किट पहन कर काम किया है। अपनी परवाह किए बिना सेवाएं दी हैं, लेकिन आज उनकी सेवाओं को खत्म किया जा रहा है, जिससे अब वे बेरोजगार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सेवाओं को जारी रखा जाए और उनके अनुबंधकाल को बढ़ा कर उनके लिए स्थाई नीति बनाई जाए। इसको लेकर आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिल कर ज्ञापन सौंपा जाएगा।