विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने ऐसा न करने को कहा
धर्मशाला। हिमाचल की 14वीं विधानसभा का पहला सत्र आज धर्मशाला के तपोवन में शुरू हुआ। शीतकालीन सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। सदस्यों को शपथ दिलाने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने हिमाचल में पूर्व की जयराम सरकार द्वारा खोले दफ्तरों और संस्थानों को बंद करने पर आपत्ति जताई। थोड़ी देर हंगामा चलता रहा। इसके बाद शपथ की प्रक्रिया शुरू हुई। सबसे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शपथ ली। इसके बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शपथ ली। यह तीन शपथ होने के बाद विधानसभा क्षेत्र क्रमवार सदस्यों को शपथ दिलाई गई।
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शपथ के बाद विपक्ष ने फिर डिनोटफाइ मुद्दे पर हंगामा कर दिया और सरकार पर बदला बदली की भावना से काम करने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने यह नई परंपरा शुरू की है। दफ्तर आदि खोलने का फैसला कैबिनेट बैठक में लिया गया था और कैबिनेट बैठक में ही निरस्त किया जा सकता है। मौजूदा सरकार अभी तक कैबिनेट का गठन भी नहीं कर पाई है और 24 दिन बाद सदस्यों की शपथ हो रही है। इससे पहले की दफ्तर बंद करने शुरू कर दिए।
हिमाचल विधानसभा : डिनोटिफाई मुद्दे पर हंगामा, विपक्ष ने किया वॉकआउट
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार ने 9 माह में 900 संस्थान खोल दिए। उनके लिए न बजट का प्रावधान किया और न स्टाफ का। उन्होंने कुछ स्कूलों का जिक्र किया। इसी बीच विपक्ष हंगामा करता रहा। इसके बाद विपक्ष ने नारेबाजी करते सदन से वाकआउट कर दिया।
वहीं, हिमाचल में नई बनी सुक्खू सरकार को लेकर लोगों में भी उत्साह दिखा। काफी संख्या में लोग विधानसभा पहुंचे थे। जब सदन की कार्यवाही चल रही थी तो दर्शनदीर्घा में बैठे लोग तालियां बजा रहे थे। इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आपत्ति जताई। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर चौधरी चंद्र कुमार ने दर्शकदीर्घा में बैठे लोगों को ऐसा न करने की हिदायत दी। कहा कि दर्शकदीर्घा में बैठककर तालियां नहीं बजाई जा सकती हैं। और न ही खड़े रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि नई सरकार को लेकर लोगों में जोश है पर दर्शकदीर्घा में तालियां न बजाएं। इसके बाद तालियां बंद हुईं।