कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा
शिमला। अडानी मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। कांग्रेस इस मामले पर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के आह्वान पर कांग्रेस ने शिमला में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अडानी समूह की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठन की मांग उठाई।
इस मौके पर एआईसीसी के प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप राठौर ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से एक बड़े स्कैंडल का खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट में अडानी पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि अडानी की कंपनियों में एसबीआई, एलआईसी से जबरदस्ती हजारों करोड़ों रुपयों का निवेश कराया गया।
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राठौर ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई है। जिससे एसबीआई और एलआईसी के हजारों करोड़ों रुपये डूब गए जो कि आम जनता का पैसा था। राठौर ने कहा कि देश के सरकारी उपक्रम को बेचने की साजिश की जा रही है और मुनाफे में चल रहे उपक्रमों को बेचा जा रहा है। ये आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है।
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वहीं, इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि अडानी मामले में कांग्रेस देश व प्रदेश की जनता को मोदी सरकार की सच्चाई से अवगत कराएगी और बताएगी कि पीएम मोदी किस तरह अपने पूंजीपति मित्रों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अडानी समूह में मोदी सरकार एसबीआई और एलआईसी का हजारों करोड़ रुपए निवेश करवाने का दबाव बना रही है।
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उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद पहले ही जनता में हड़कंप मचा हुआ है। देश की जनता बैंकों, एलआईसी और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स में जमा नकदी को लेकर चिंतित है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने संसद में भी इस मामले को उठाया था और धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन कांग्रेस की बातों को हर बार अनदेखा किया गया।