शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र के दत्तनगर में 25.67 करोड़ रुपये की लागत से तैयार मिल्कफेड के 50 हजार लीटर प्रतिदिन क्षमता वाले नए दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र का शुभारंभ किया।
यहां पहले ही 20 हजार लीटर क्षमता का संयंत्र स्थापित है, जिससे अब इस संयंत्र की क्षमता 70 हजार लीटर प्रतिदिन हो गई है। इस संयंत्र में फ्लेवर्ड मिल्क, खोया, घी, मक्खन, पनीर, लस्सी तथा दही का उत्पादन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संयंत्र की क्षमता बढ़ने से चार जिलों शिमला, कुल्लू, मंडी तथा किन्नौर के दुग्ध उत्पादक लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र की 271 दुग्ध सहकारी समितियों से जुड़े लगभग 20 हजार किसानों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश दुग्ध संघ के अधिकारियों को आधुनिक तकनीक को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2025 तक एक ऐसा डिजिटल प्रणाली शुरू करें, जिससे दूध की खरीद में पारदर्शिता आए और किसानों को एसएमएस के माध्यम से उनके दूध की गुणवत्ता और उसके मूल्य की जानकारी प्रदान की जाए।
इस प्रणाली के तहत दूध की खरीद का रियल टाइम डाटा उपलब्ध हो और किसानों को पैसा सीधे उनके बैंक खाते में प्राप्त हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के बजट का पहला बिंदु ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है ताकि किसान परिवारों की आर्थिकी बेहतर हो सके और वे बेहतर जीवन-यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि लोग अपने गांव में बेहतर जीवन जी सकें, यही वर्तमान राज्य सरकार का व्यवस्था परिवर्तन है।
सभी विभागों में सुधार किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा ‘मैंने कभी भी राजनीतिक लाभ के लिए काम नहीं किया। मैं आम परिवार से सम्बन्ध रखता हूं और मेरी माता भी गांव में खेती करती है।
कोई भी किसान दूध का दाम बढ़ाने की मांग को लेकर मेरे पास नहीं आया, लेकिन मैंने गांव के लोगों के हाथ में पैसा पहुंचाने के लिए दूध का दाम 13-15 रुपये बढ़ाया। यह सिलसिला यहीं रुकने वाला नहीं है और आने समय में पशुपालकों को और भी सौगातें देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विपक्ष के दुष्प्रचार से राज्य सरकार विचलित नहीं होगी और जनता के लिए बेहतर काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व की जयराम ठाकुर सरकार ने बिना बजट और बिना स्टाफ के शिक्षण संस्थान व स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए। चुनावी लाभ के लिए 5000 करोड़ की रेवड़ियां बांटीं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पशु पालन विभाग में 900 वेटनरी फार्मासिस्ट की भर्ती करने जा रही है, ताकि पशुपालकों को उनके घर-द्वार पर बेहतर सुविधाएं मिल सकें। डबल इंजन सरकार की कमियों के कारण हिमाचल प्रदेश गुणात्मक सुविधाएं प्रदान करने में देशभर में पिछड़ गया।
कृषि एवं पशु पालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि आज युवा पीढ़ी खेतीबाड़ी से पीछे हट रही है। वर्तमान राज्य सरकार लोगों को खेतीबाड़ी से जोड़ने और उनकी आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने पशुधन की नस्ल में सुधार का जिम्मा उठाया है।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दत्तनगर में दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र का लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, जिससे क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ विशेष रूप से महिलाओं की आर्थिकी में सुधार आएगा।