बनखंडी। कांगड़ा जिला के बनखंडी से लगभग 8 किलोमीटर आगे दरकाटा के पास त्रिपल गांव नाग मैरिज पैलेस में आज इक जोत सर्वव्यापक रुहानी सत्संग का आयोजन किया गया। परमपूज्य संत कमलवीर जी महाराज ने अमृत वाणी से भक्तों को निहाल किया। बनखंडी में हर वर्ष 26 जनवरी को बाबा कांशीराम बाहड़ी की याद में मनाया जाता है। इस बार बनखंडी के स्थान पर त्रिपल में सत्संग रखा गया।
मस्ती या परमात्मा से मिलन के लिए महाराज कमल बीर जी फरमाते हैं कि परमात्मा महापुरुषों, मुर्शद् या सद्गुरु को इस संसार मे समय-समय पर मानव के कल्याण के लिए भेजता है। प्रेम धर्म के रास्ते चल कर आत्मा अपने परम धाम अर्थात परमात्मा से मिल सकती हैं।
सद्गुरु हमें अपने भीतर जा कर अपने निज घर में उस परमात्मा से मिलने का सरल तरीका बताते हैं, जिसे सभी बाहर ढूंढते हैं असल में वो मालिक हमारे भीतर ही है। लोग झूठे नशे कर के अपना जन्म व्यर्थ करते हैं किंतु असली नशा परमात्मा के मिलन में है और उस से मिलने के लिये मध्य मार्ग अति उत्तम है। महाराज बीर जी भी दुनिया को तारने के लिए इसलिए आए हैं। प्रेम मार्ग/धर्म से ही हम उस मालिक को पा सकते हैं।