शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार यानी कल से शुरू होने जा रहा है। दस दिन के सत्र के शुरू होने के पहले आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई जिसमें विपक्ष की तरफ से कोई नहीं पहुंचा।
इससे साफ़ हो गया है कि सदन में विपक्ष की तैयारी के साथ आएगा और सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं। बजट सत्र में सदन में खूब हंगामा हुआ था यहां तक की सरकार के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया था। सदन में कुल 936 सवाल आए हैं।
इसमें 640 तारांकित जबकि 296 अतारंकित हैं। इसके अलावा नियम 101 के तहत 10, नियम 62 के तहत 7, 63 के तहत 1, 130 के तहत 20 और नियम 324 के तहत 4 चर्चाएं आई है।
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के न पहुंचने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने बताया कि विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। उन्होंने बताया कि सत्र 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा। पूर्वाह्न 11 बजे से आरंभ हो रहे सेशन में सबसे पहले दिवंगत सदस्यों के प्रति शोक उद्गार रखे जाएंगे।
सदन के पूर्व सदस्यों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी व दौलतराम चौधरी की स्मृतियों को साझा किया जाएगा। उसके बाद प्रश्नकाल में सहारा योजना, मंडी हवाई अड्डा, आपदा से नुकसान, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर सवाल आएंगे।
इसके अलावा कुछ विधेयक भी सदन के पटल पर रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक सत्र होगा पहली बार मानसून सत्र में 10 बैठके की जा रही है। पक्ष विपक्ष से सहयोग की अपील की गई है।
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेता के न आने पर खेद व्यक्त किया और कहा कि ये संसदीय परंपराओं के लिए उचित नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ की बैठक में विपक्ष नहीं आया।
यदि जय राम ठाकुर को नहीं आना था तो वह अपनी जगह किसी और को भेज सकते थे। भाजपा ने ऑपरेशन लोटस का जो प्रयास किया वह असफल रहा है। अब विपक्ष चुपचाप 2027 तक विपक्ष की भूमिका अदा करते हुए जनता के मसलों को सदन में उठाए।