कांगड़ा। कछियारी फोरलेन निर्माण में कंटिंग के चलते बंद राजकीय उच्च विद्यालय जोगीपुर को जाने वाले रास्ते की जगह फिलहाल पैदल रास्ता बनेगा। इसके लिए एनएच और फोरलेन कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हामी भर दी है।
इसके बाद वाहन योग्य रास्ते की संभावनाएं देखी जाएंगी। जोगीपुर पंचायत वासियों और एसएमसी जोगीपुर के सदस्यों की मांग पर एसडीएम कांगड़ा इशांत जसवाल ने मौके का दौरा किया।
इस अवसर पर एनएच के अधिकारी और कंस्ट्रक्शन कंपनी के पदाधिकारी भी मौजूद थे।
एसडीएम ने जगह का निरीक्षण किया और लोगों की समस्या को मौके पर जाना। इस दौरान दो प्रपोजल पर सहमति बनी। एनएच की अनुमति के बाद आरओडब्ल्यू तक एनएच रास्ता तैयार करेगी और इसके बाद पंचायत और पीडब्ल्यूडी रास्ते को बनाएगा। दूसरे प्रपोजल में पैदल रास्ते का निर्माण होगा।
एसडीएम कांगड़ा इशांत जसवाल ने कहा कि पहले प्रपोजल में एनएच की अनुमति के बाद रास्ते के निर्माण करवाया जाएगा। इसमें कुछ सुरक्षा से संबंधित पहलू होते हैं।
इसके लिए औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। जैसे की इस रास्ते से जोगीपुर हाई स्कूल के छात्र और लोग आते जाते थे तो इसके मध्यनजर पैदल रास्ता का निर्माण तुरंत शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए एनएच और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हामी भर दी है।
बता दें कि जोगीपुर स्कूल में करीब 200 छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसमें उच्च विद्यालय में 114 और प्राथमिक पाठशाला में 85 छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं।
जोगीपुर स्कूल को जाने वाला एक रास्ता फोरलेन के साथ मिलता था, जोकि फोरलेन निर्माण के दौरान कटाई में आने के चलते बंद हो गया है।
इस रास्ते से रेलवे स्टेशन कांगड़ा, बोदड़ बल्ला और टांडा की तरफ से करीब 50 छात्र स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
रास्ता बंद होने से छात्रों को चार किलोमीटर का सफर तय कर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। ऐसे में छात्रों के अभिभावक अपने बच्चों को किसी दूसरे स्कूल में दाखिल करने का मन बना चुके हैं।
वहीं, पंचायत जोगीपुर और साथ लगते गांव ललेहड़ के लोग श्मशान घाट के लिए भी इसी रास्ते का प्रयोग करते थे। अब रास्ता बंद होने के कारण लोगों को शव ले जाने के लिए 5 से 6 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है।