हिमाचल में सरकार बनाने की कवायद, प्रतिभा सिंह के पक्ष में नारेबाजी
ewn24news choice of himachal 09 Dec,2022 5:39 pm
शिमला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उमड़ा हुजूम
शिमला। हिमाचल में भाजपा रिवाज बदलने में कामयाब नहीं हो सकी है। पुरानी परंपरा के अनुसार कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। कांग्रेस ने हिमाचल विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 68 में से 40 सीटों पर विजय प्राप्त की है। भाजपा 25 सीटें ही जीत पाई है। तीन सीटों पर आजाद प्रत्याशी जीते हैं।
हिमाचल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला ने राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की। कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
वहीं, शिमला में सियासी गरमाहट तेज हो गई है। कांग्रेस के कार्यकर्ता शिमला में जुटे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक दी है। उन्होंने होली लॉज में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर दावेदारी पेश की। आज शिमला में प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने प्रतिभा सिंह के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, रानी साहिबा जैसा हो आदि नारे लगाए। कांग्रेस के रोहड़ू के विधायक मोहन लाल ब्राक्टा और रामपुर के विधायक नंद लाल जब कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन पहुंचे तो उनके समर्थकों ने भी प्रतिभा सिंह के पक्ष में नारेबाजी की।
आज 6 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा होगी। बैठक में चर्चा के बाद नाम हाईकमान को भेजें जाएंगे। हाईकमान की हरी झंडी मिलने के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान होगा। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह सुक्खू आदि नेता हैं।
पर कांग्रेस प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाती है तो उन्हें 6 माह में किसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर जीतना होगा। इसके लिए किसी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक को इस्तीफा देना होगा। ऐसे में अगर चुने विधायकों में से ही मुख्यमंत्री चुनने का बात आएगी तो मुकेश अग्निहोत्री का पलड़ा भारी दिखता है। क्योंकि मुकेश अग्निहोत्री होली लॉज के भी नजदीक हैं। वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू भी हाईकमान से नजदीकियों से चलते इस दौड़ में हैं। हालांकि, चौधरी चंद्र कुमार का नाम भी लिया जा रहा है। पर उनकी दावेदारी इतनी मजबूत नहीं दिखती है।