मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात
ऊना। हिमाचल के ऊना जिले के मैहतपुर नगर परिषद क्षेत्र में एक निजी अस्पताल में नाक के ऑपरेशन के बाद युवक की मौत के मामले में धरने पर बैठे लोगों का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ है। करीब 20 घंटे से ग्रामीणों ने मृतक दविंद्र के शव को रखकर धर्मशाला-चंडीगढ़ मार्ग पर चक्का जाम किया हुआ है। हालांकि जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारियों ने चक्का जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों से लंबी वार्ता की, लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीण टस से मस नहीं हो रहे हैं।
शुक्रवार शाम से लगाए गए जाम के कारण आलम यह हो गया है कि अब तो जिला ऊना से पंजाब को जाने वाले सभी मार्गों पर ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया है। हालात यह हो गए हैं कि जाम में फंसे लोग काफी परेशान हैं। हालांकि मैहतपुर पुलिस थाना, संतोषगढ़, टाहलीवाल पुलिस चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर डटे हुए हैं।
यहीं कारण हैं कि शनिवार को जिले से बाहर कोई भी सरकारी व निजी बसों के अलावा अन्य वाहन रवाना नहीं हुए हैं। वहीं जाम में फंसे बसों में बैठी सवारियों को ग्रामीण अपने स्तर पर खाने का इंतजाम करने में जुटे हैं। ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, जाम निरंतर जारी रहेगा। जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण धीमान ने बताया कि पुलिस ग्रामीणों को मनाने के लिए प्रयासों में जुटी हैं।
जाम लगाकर बैठे ग्रामीणों की मुख्य मांग में आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने के अलावा पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा समेत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देना शामिल है।
ये है मामला...
बता दें कि बुधवार को सनौली गांव का दविंद्र सिंह नाक के ऑपरेशन के लिए मैहतपुर के एक निजी अस्पताल में पहुंचा था। चिकित्सक ने नाक का ऑपरेशन किया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद दविंद्र सिंह की हालत इतनी खराब हो गई और उसे सांस में लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद आनन-फानन में ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक ने दविंद्र सिंह को मोहाली स्थित अपने अस्पताल में शिफ्ट किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृतक के स्वजनों को सूचना दी गई।
मृतक के स्वजनों की शिकायत पर मैहतपुर पुलिस थाना में आरोपित चिकित्सक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं मैहतपुर पुलिस ने मृतक के शव का ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने की बजाए टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा में भेज दिया। जैसे ही पुलिस व मृतक के स्वजन शव को लेकर टांडा से वापस आए। उसके बाद ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया, जोकि अभी तक भी जारी है।