शिमला। हिमाचल प्रदेश में स्कूल छात्रों के विदेश शैक्षणिक भ्रमण पर कुल 1 करोड़ 59 लाख 50 हजार 22 रुपए की राशि व्यय की गई है। अध्यापकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सिंगापुर की सरकारी शैक्षणिक संस्था प्रिंसिपल एकेडमी सिंगापुर द्वारा किया गया, जिस पर 2 करोड़ 13 लाख 32 हजार की राशि व्यय की गई। यह जानकारी हिमाचल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार के सवाल से जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मुहैया करवाई है।
जानकारी दी गई कि वर्ष 2024 और 2025 में हिमाचल प्रदेश के शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक विशेष अध्ययन दौरे के लिए सिंगापुर गए। इस दौरे का प्राथमिक उद्देश्य शिक्षकों के वैश्विक दृष्टिकोण को व्यापक बनाना, उनकी सांस्कृति जागरूकता को बढ़ाना और उन्हें सिंगापुर की उन्नत शिक्षा प्रणाली के परिचित कराना था।
यह दौरा पांद दिन का था, जिसमें कक्षा प्रशिक्षण, स्कूलों का दौरा और सिंगापुर के प्रमुख स्थलों का भ्रमण शामिल था। दौरे का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के शिक्षकों को वैश्विक शिक्षा के नवीनतम रुझानों, शिक्षण विधियों और सांस्कृतिक विविधता से अवगत करना था।
दौरे के दौरान दो दिन का कक्षा प्रशिक्षण रहा। साथ ही सिंगापुर के सार्वजनिक स्कूलो का दौरा भी शामिल है। स्थानीय शिक्षकों को छात्रों के साथ बातचीत की और शैक्षिक आदान प्रदान किया। इस भ्रमण से शिक्षकों में एक टीम भावना का विकास हुआ। सिंगापुर के स्कूलों के दौरे के दौरान शिक्षकों ने देखा कि वहां पर्यावरण संरक्षण को कितना महत्व दिया जाता है।
सिंगापुर के स्कूलों में छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। शिक्षकों ने सिंगापुर से लौटने के बाद ग्रीन स्कूल पहल शुरू की है।
यह दर्शाता है कि सिंगापुर दौरे ने शिक्षकों को प्रेरित किया और उन्हें पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाया। शिक्षक अब अपनी कक्षाओं में प्रभावी जुड़ाव और सहयोगात्मक अधिगम की तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल संसाधवों से अवगत करवाया जा रहा है।