राकेश चंदेल/बिलासपुर। राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में इस बार एक अनूठी पहल देखने को मिल रही है। "सामर्थ्य हमारी पहचान" पंजीकृत ट्रस्ट के अध्यक्ष अधिवक्ता लग्नेश कुमार ने अपने दिव्यांग सहयोगियों के साथ मिलकर एक विशेष स्टाल लगाया है।
100 फीसदी दृष्टिबाधित लग्नेश कुमार, 78 फीसदी दिव्यांग संतोष कुमारी और 60 फीसदी दिव्यांग जय लाल मिलकर इस स्टाल का संचालन कर रहे हैं। यह स्टाल केवल व्यवसाय ही नहीं, बल्कि दिव्यांग जनों के आत्मनिर्भरता के संदेश को भी प्रसारित कर रहा है।
लग्नेश कुमार का मानना है कि दिव्यांग व्यक्तियों को भी अपनी आजीविका के लिए स्वावलंबी बनने का प्रयास करना चाहिए। वे कहते हैं, "सभी को सरकारी नौकरी मिलना संभव नहीं, इसलिए हमें अपने सामर्थ्य को पहचानकर स्वयं रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए।"
इस स्टाल पर लग्नेश कुमार और उनकी टीम फ्रूट चाट और नींबू सोडा की सेवाएं दे रही है, जिसे मेले में आए लोग खूब पसंद कर रहे हैं। इनकी मेहनत और आत्मनिर्भरता की भावना को देखकर मेले में आने वाले लोग उनकी सराहना कर रहे हैं।
यह स्टाल दिव्यांग जनों के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है। इस पहल ने साबित कर दिया है कि अगर इच्छाशक्ति और संकल्प हो, तो कोई भी बाधा सफलता की राह में रोड़ा नहीं बन सकती।