मंडी। जिला मंडी से तीन दिवसीय वार्षिक शैक्षणिक भ्रमण पर गए चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट दर्जा प्राप्त बच्चों ने दूसरे दिन गोल्डन टेंपल में माथा टेका। इसके बाद बच्चे जलियांवाला बाग, दुर्गियाना मंदिर, म्यूजियम आदि में घूमकर वाघा बॉर्डर गए। जहां उन्होंने रिट्रीट सेरेमनी में शिरकत की।
एडीसी मंडी रोहित राठौर ने बताया कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी एनआर ठाकुर इन बच्चों के साथ हैं। उन्होंने बच्चों को गोल्डन टेंपल, जलियांवाला बाग नरसंहार और रीट्रीट सेरेमनी के महत्व और इतिहास की जानकारी साझा की।
रोहित राठौर ने बताया कि भ्रमण के पहले दिन 26 जनवरी को बच्चों ने पुष्पा गुजराल साइंस सिटी कपूरथला में लेज़र व 3 डी थिएटर, डिजिटल प्लेटोरियम, हवाई जहाज के उड़ने और भूकंप के आने के झटके के वैज्ञानिक कारण समझे तथा भौतिक, सामाजिक, स्वास्थ्य, इंजीनियरिंग, आदमी के उत्पति की थ्योरी, रोबोट की बनावट और काम करने का तरीका, कृषि और अच्छी फसल के लिए आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों का ज्ञान हासिल किया।
उन्होंने डायनासोर पार्क और दूसरी गैलरियों में जाकर खूब मनोरंजन भी किया। रोहित राठौर ने बताया कि जिला प्रशासन पंजाब के स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए हुए है और टूर की ठीक व्यवस्था हो, इसके लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 28 जनवरी को बच्चे पूरा दिन चंडीगढ़ शहर का भ्रमण करेंगें और सायं वापिस मंडी के लिए रवाना हो जाएंगे।
भ्रमण के दौरान बच्चे काफी खुश नजर आए। बच्चों ने इस शैक्षणिक भ्रमण के पहले दो दिन में बहुत कुछ जाना। उन्होंने भ्रमण के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का आभार जताया। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल डॉ धनी राम शांडिल और जिला प्रशासन मंडी की भी भूरी भूरी प्रशंसा की जिनके प्रयासों से ये सब संभव हुआ।